जैसलमेर. भारत के पश्चिमी सीमा पर स्थित है और यहां की चिकित्सा व्यवस्थाओं की बात करें तो इसमें अभी और अधिक सुधार की आवश्यकता है, जिससे यहां के वाशिंदो को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सके. इसको लेकर भारत सरकार और राजस्थान सरकार भी भरपूर प्रयास करते दिखाई दे रही है. इसी कड़ी में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्धारा UNFPA के सहयोग जैसलमेर में जिले के समस्त डिलीवरी पॉइंट्स जहां पर प्रसव करवाया जाता है. वहां के चिकित्सा अधिकारियों और नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.
इसका उद्देश्य मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की गुणवता को बढ़ाना एवं मृत्यु दर कम करना है. डिलीवरी पॉइन्टस नर्सिंग स्टाफ प्रशिक्षण कार्यशाला में UNFPA के प्रशिक्षक डॉ.जी.डी. लड्डा स्त्री रोग विशेषज्ञ द्धारा जिले के 60 केन्द्रों से आये लेबर रूम स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उन्हें सुरक्षित प्रसव कैसे करवाया जाए, इसके संबंध में विस्तृत जानकारी दी जा रही है.
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कार्यशाला के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी के बारूपाल, डॉ. बी.एल. बूनकर, UNFPA के राज्य समन्व्यक सुनील थामस और ब्लॉक कॉर्डिनेटर पी.एस. सैनी सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी एवं चिकित्सक मौजूद रहे.