जैसलमेर. भारत पाक 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की ऐतिहासिक विजय की याद में बैटल एक्स डिविजन के तत्वावधान में लोंगेवाला ब्रिगेड 14 से 16 दिसम्बर तक 'लोंगेवाला विजय दिवस' का आयोजन कर रही है. विजय दिवस के उपलक्ष्य में हो रहे 2 दिवसीय कार्यक्रमों का आगाज जैसलमेर के मिलिट्री स्टेशन स्थित वॉर म्यूजियम से किया गया.
रविवार सुबह 7 बजे से 42 किलोमीटर फूल मैराथन को सैन्य अधिकारियों ने झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद 21 किलोमीटर हाफ मैराथन, 100 मील साइकिल रैली और 10 किलोमीटर दौड़ का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रतिभागियों में उत्साह का माहौल देखने को मिला. वहीं द्वितीय सत्र में लोंगेवाला में भी कार्यक्रम हैं.
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'लोंगेवाला विजय दिवस' की कहानी
4 दिसम्बर 1971 को पाकिस्तान ने इन्फैन्ट्री ब्रिगेड के साथ टी- 59 टैंकों की एक रेजिमेंन्ट और एम- 4 शेरेमान टैंको की एक टुकड़ी से राजस्थान सेक्टर में एक बड़े हमले की शुरुआत की थी. दुश्मन का इरादा लोंगेवाला पर कब्जा कर रामगढ़ और जैसलमेर की तरफ बढ़ने का था. इस ओर मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी की कमान में भारतीय सेना की '23 पंजाब रेजीमेंट' की अल्फा कम्पनी लोंगेवाला में तैनात थी.
दुश्मन ने अपनी योजना के अनुसार लोंगेवाला पोस्ट पर रात 4 और 5 दिसम्बर 1971 को हमला किया. दुश्मन से संख्या में कई गुना कम होते हुए भी 23 पंजाब की 'अल्फा कम्पनी' के बहादुर जवान पोस्ट पर तैनात रहे और दुश्मन की पैदल सेना और टैंकों का डटकर सामना किया. 5 दिसम्बर 1971 की सुबह वायुसेना के हन्टर लड़ाकू विमानों ने वायुसेना स्टेशन जैसलमेर में मौजूद विंग कमाण्डर एल एस बावा की अगुवाई में बहुत भारी मात्रा में बम गिराकर दुश्मन के टैंकों को बरबाद कर दिया.
बता दें, कि कार्यक्रम के दौरान युद्ध का हिस्सा रहे वीर जवान, सेवानिवृत्त, सेवारत सैनिकों और नागरिकों द्वारा पुष्पांजलि समारोह के दौरान लोंगेवाला की लड़ाई के नायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इस महान लड़ाई को भारतीय सिनेमा में लोकप्रिय फिल्म बॉर्डर में फिल्माया गया है.