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जैसलमेरः सूर्य देव को अर्घ्य देकर लोगों ने मांगी मनोकामनाएं, छठ पूजा संपन्न - jaisalmer news

जैसलमेर में पवित्र गड़ीसर सरोवर पर शनिवार और रविवार को छठ पूजा की धूम रही. लोगों ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. वहीं इस दौरान पर बड़ी तादाद में महिलाएं-पुरुष एकत्रित हुए. सभी ने विधि-विधान के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया और मनोकामनाएं मांगी.

छठ पूजा पर स्वर्णनगरी में रही रौनक, Jaisalmer news
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Published : Nov 3, 2019, 1:33 PM IST

जैसलमेर. स्वर्णनगरी के पवित्र गड़ीसर सरोवर पर शनिवार को शाम में छठ पूजा की धूम रही. शाम होते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं गड़ीसर सरोवर पहुंची और विधिवत पूजा अर्चना के बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. वहीं रविवार को दिन में सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. इस मौके पर गड़ीसर सरोवर पर मेला लगा और पारंपरिक वेशभूषा में श्रद्धालु महिलाएं पहुंची.

सूर्य देव को अर्घ्य देकर लोगों ने मांगी मनोकामनाएं

जैसलमेर में रहने वाले यूपी-बिहार के लोगों ने उत्साह के साथ छठ पूजा की. शनिवार शाम को अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सरोवर पर बड़ी तादाद में महिलाएं-पुरुष एकत्र हुए. सभी ने विधिविधान के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया और मनोकामना मांगी.

पढ़ेः IIT दिल्ली के 50वें दीक्षांत समारोह में ISRO चीफ ने की शिरकत, कहा- चंद्रयान- 2 के लिए प्रयास अभी भी जारी

इस दौरान गड़ीसर सरोवर पर मेले का माहौल था. बड़ी संख्या में यूपी-बिहार से आए लोगों ने विधिपूर्वक छठ पूजा की. वहीं रविवार को सप्तमी के दिन उगते सूर्य की पूजा अर्चना की गई. बता दें कि छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण अंग व्रत के दौरान पवित्रता और भगवान सूर्य को अर्घ्य देना है. इस पूरे व्रत में दो बार अर्घ्य दिया जाता है. पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि के दिन अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है और दूसरा अर्घ्य सूर्य उदय होने पर दिया जाता है.

जैसलमेर. स्वर्णनगरी के पवित्र गड़ीसर सरोवर पर शनिवार को शाम में छठ पूजा की धूम रही. शाम होते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं गड़ीसर सरोवर पहुंची और विधिवत पूजा अर्चना के बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. वहीं रविवार को दिन में सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. इस मौके पर गड़ीसर सरोवर पर मेला लगा और पारंपरिक वेशभूषा में श्रद्धालु महिलाएं पहुंची.

सूर्य देव को अर्घ्य देकर लोगों ने मांगी मनोकामनाएं

जैसलमेर में रहने वाले यूपी-बिहार के लोगों ने उत्साह के साथ छठ पूजा की. शनिवार शाम को अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सरोवर पर बड़ी तादाद में महिलाएं-पुरुष एकत्र हुए. सभी ने विधिविधान के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया और मनोकामना मांगी.

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इस दौरान गड़ीसर सरोवर पर मेले का माहौल था. बड़ी संख्या में यूपी-बिहार से आए लोगों ने विधिपूर्वक छठ पूजा की. वहीं रविवार को सप्तमी के दिन उगते सूर्य की पूजा अर्चना की गई. बता दें कि छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण अंग व्रत के दौरान पवित्रता और भगवान सूर्य को अर्घ्य देना है. इस पूरे व्रत में दो बार अर्घ्य दिया जाता है. पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि के दिन अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है और दूसरा अर्घ्य सूर्य उदय होने पर दिया जाता है.

Intro:Body:छठ पूजा पर स्वर्णनगरी में रही रौनक

आज अलसुबह सूर्य को अर्घ्य देने पहुंची महिलाएं

गडीसर सरोवर पर किया गया छठ पूजन

जैसलमेर में रह रहे बाहरी लोगो ने की छठ माता की पूजा

उगते हुए सूर्य देवता को दिया गया अर्घ्य

गडीसर सरोवर पर रही मेले की रौनक

स्वर्णनगरी के पवित्र गड़ीसर सरोवर पर कल शाम छठ पूजा की धूम रही। शाम होते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं गड़ीसर सरोवर पहुंची और विधिवत पूजा अर्चना के बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया।वही आज सप्तमी के दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इस मोके पर गड़ीसर सरोवर पर मेला लगा और पारंपरिक वेशभूषा में सजी धजी श्रद्धालु महिलाएं पहुंची।

जैसलमेर में रहने वाले यूपी-बिहार के लोगों ने उत्साह के साथ छठ पूजा की। कल शाम को अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सरोवर पर बड़ी तादाद में महिलाएं-पुरुष एकत्र हुए। सभी ने विधिविधान के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया तथा मनोकामना मांगी। इस दौरान गड़ीसर सरोवर पर मेले का माहौल था। बड़ी संख्या में यूपी बिहार से आए लोगों ने विधिपूर्वक छठ पूजा की।वही आज सप्तमी के दिन उगते सूर्य की पूजा अर्चना की गई।सुबह सरोवर पर मेला भरा गया। छठ पूजा का सबसे महत्व पूर्ण अंग व्रत के दौरान पवित्रता और भगवान सूर्य को अर्घ्य देना है। इस पूरे व्रत में दो बार अर्घ्य दिया जाता है। पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि के दिन अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है। दूसरा अर्घ्य सूर्य उदय होने पर दिया जाता है। ऐसे में सूर्यास्त और सूर्योदय का समय जानना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

बाईट-1-भूमिका, महिला श्रद्धालु
बाईट-2-अमित कुमार, श्रद्धालुConclusion:
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