जैसलमेर. स्वर्णनगरी के पर्यटन स्थल जैसे सोनार किला, गड़ीसर झील सहित मुख्य बाजार और सम के रेतीले धोरे इन दिनों सैलानियों से गुलजार हैं. नये साल से पहले क्रिसमस के मौके पर 3 दिन का वीकेंड होने से हजारों की तादाद में सैलानी पहुंचे हैं. इससे कोरोना से ठप पड़े पर्यटन व्यवसाय को एक बार फिर गति मिल गई है.
जैसलमेर शहर स्थित सोनार दुर्ग, गड़ीसर झील और पटवों की हवेली को देखने आ रहे हजारों की संख्या में सैलानी आ रहे हैं. ऐसे में ठंडे पड़े पर्यटन बाजार की रौनक लौट आई है. सैलानियों का कहना है कि कोरोना के चलते पिछले लंबे समय से वे घरों में ही बंद थे, ऐसे में वे इस वीकेंड की छुट्टियों में घरों से बाहर निकले हैं. हालांकि, इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरा ध्यान रख रहे हैं.
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पर्यटक गाइड योगेश बिस्सा का कहना है कि मार्च माह से ही कोरोना के चलते सैलानियों का आना थम सा गया था. गत पर्यटन सीजन का आखिरी पड़ाव खाली रहा था. इस वर्ष सीजन की शुरूआत भी पूरी तरह से फीकी रही, जिसके कारण जुलाई से लेकर अक्टूबर तक सैलानी नहीं के बराबर ही यहां पहुंचे थे. अब पहले क्रिसमिस और अब नए साल की सीजन शुरु हो चुकी है. पर्यटन से जुड़े लोगों के चेहरे सैलानियों की बंपर आवक से खिल उठे हैं.
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पिछले 10 दिनों से जैसलमेर में पर्यटकों की अच्छी आवक हो रही है, पर्यटन से जुड़े लोगों को इस सीजन के भी पिटने की आशंका थी, लेकिन उम्मीद से ज्यादा सैलानी आने शुरू हो चुके हैं. सैलानी दिनभर शहर के विभिन्न पर्यटन स्थलों में घूमने के बाद शाम ढलते ही सम और खुहड़ी के धोरों के लिए जाते है.