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जैसलमेरः SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर करोड़ों के गबन की कोशिश करने वाला बाबू गिरफ्तार

जैसलमेर के फतेहगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय में एसडीएम सुमन सोनल के फर्जी हस्ताक्षर करके गबन करने की कोशिश करने वाले कार्मिक हरप्रीतसिंह को सांगड़ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर फतेहगढ़ में गिरफ्तार कर लिया.

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करोड़ों के गबन की कोशिश करने वाला बाबू गिरफ्तार
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Published : Nov 29, 2019, 5:21 PM IST

जैसलमेर. जिले के फतेहगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय में एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर गबन की कोशिश करने वाले कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

करोड़ों के गबन की कोशिश करने वाला बाबू गिरफ्तार

बता दें कि आरोपी बाबू हरप्रीतसिंह द्धारा कई काम फर्जी तरीके से किए गए, जिसमें लोगों द्धारा बैकों से लोन लेकर नहीं चुकाने बाद एसडीएम द्धारा कुर्की का नोटिस निकालने और बकायादारों द्धारा किस्तें नहीं चुकाने पर बैंक द्धारा एसडीएम और तहसील के कार्मिकों को मिलने वाला कमीशन भी अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया था. वहीं आरोपी बाबू द्धारा फर्जी हस्ताक्षर कर धारा 88 के तहत आबादी ढाणी कटान सहित अन्य कई प्रकार के काम एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर जो कूटरचित दस्तावेज तुरंत तैयार कर खुद फैसले किए, जो पूर्ण रूप से जांच के घेरे में है और फर्जी तरीके से फैसले कर भू-माफियाओं को फायदा पहुंचाया गया है.

पढ़ेंः बीकानेर में करोड़ों की ऑनलाइन ठगी करने वाले 6 गिरफ्तार

वहीं करोड़ों रूपये की सरकारी जमीन को कौड़ियों के भाव भू-माफियाओं को दिया गया. इसमे भी आरोपी बाबू से करोड़ों की डील होने की बातें भी सामने आ रही थीं. ऐसे में यदि अब कमेटी द्धारा जांच जल्द पूरी की जाती है तो इन सभी फर्जी प्रकरणों को पर्दाफाश हो सकता है.

जैसलमेर. जिले के फतेहगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय में एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर गबन की कोशिश करने वाले कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

करोड़ों के गबन की कोशिश करने वाला बाबू गिरफ्तार

बता दें कि आरोपी बाबू हरप्रीतसिंह द्धारा कई काम फर्जी तरीके से किए गए, जिसमें लोगों द्धारा बैकों से लोन लेकर नहीं चुकाने बाद एसडीएम द्धारा कुर्की का नोटिस निकालने और बकायादारों द्धारा किस्तें नहीं चुकाने पर बैंक द्धारा एसडीएम और तहसील के कार्मिकों को मिलने वाला कमीशन भी अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया था. वहीं आरोपी बाबू द्धारा फर्जी हस्ताक्षर कर धारा 88 के तहत आबादी ढाणी कटान सहित अन्य कई प्रकार के काम एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर जो कूटरचित दस्तावेज तुरंत तैयार कर खुद फैसले किए, जो पूर्ण रूप से जांच के घेरे में है और फर्जी तरीके से फैसले कर भू-माफियाओं को फायदा पहुंचाया गया है.

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वहीं करोड़ों रूपये की सरकारी जमीन को कौड़ियों के भाव भू-माफियाओं को दिया गया. इसमे भी आरोपी बाबू से करोड़ों की डील होने की बातें भी सामने आ रही थीं. ऐसे में यदि अब कमेटी द्धारा जांच जल्द पूरी की जाती है तो इन सभी फर्जी प्रकरणों को पर्दाफाश हो सकता है.

Intro:Body:SDM के फर्जी हस्ताक्षर कर करोड़ों के गबन की कोशिस करने वाला बाबू गिरफ्तार

सांगड़ पुलिस थाना ने फतेहगढ़ में घूमते किया गिरफ्तार

पहले से ही जिला कलक्टर के आदेशो से किया जा चुका है निलबिंत

फतेहगढ़ उपखण्ड का है मामला

जांच अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद ठंडे बस्तें में पड़ी हुई है जांच

जैसलमेर के फतेहगढ़ उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर गबन की कोशिस करने वाले कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तत्कालीन एसडीएम सुमन सोनल के फर्जी हस्ताक्षर करके गबन करने की कोशिस करने वाले कार्मिक हरप्रीतसिंह को सांगड़ पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर फतेहगढ़ में घूमते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बाबू हरप्रीतसिंह ने ग्राम पंचायत फतेहगढ़ व देवीकोट के खाते में 1.25 करोड़ से अधिक राशि डालने की कोशिस की थी जिस पर तत्कालीन एसडीएम विकास राजपुरोहित ने पूरे मामले को उजागर किया था तथा उसके बाद प्रशासन हरकत में आया था।

आरोपी बाबू हरप्रीतसिंह द्धारा कई काम फर्जी तरीके से किए गए जिसमें लोगों द्धारा बैकों से लोन लेकर नहीं चुकाने बाद एसडीएम द्धारा कुर्की का नोटिस निकालने और बकायादारों द्धारा किस्तें नहीं चुकाने पर बैंक द्धारा एसडीएम तथा तहसील के कार्मिकों को मिलने वाला कमीशन भी अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया। साथ ही आरोपी बाबू द्धारा फर्जी हस्ताक्षर कर धारा 88 के तहत समरी के फैसले आबादी ढाणी कटान सहित अन्य कई प्रकार के काम एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर जो कूटरचित दस्तावेज तुरंत तैयार कर खुद फैसले किए, जो पूर्ण रूप से जांच के घेरे में है तथा फर्जी तरीके से फैसले कर भू माफियाओं को फायदा पहुंचाया गया है तथा करोड़ों रूपये की सरकारी जमीन को कौड़ियों के भाव भू-माफियाओं को दिया गया । इसमे भी आरोपी बाबू से करोड़ों की डील होने की बातें भी सामने आ रही थीं। ऐसे में यदि अब कमेटी द्धारा जांच जल्द पूरी की जाती है तो इन सभी फर्जी प्रकरणों को पर्दाफाश हो सकता है।

पीटीसी- राधेश्याम सुथारConclusion:
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