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जैसलमेर: ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर लबालब, 14 साल के बाद पहली बार आया इतना पानी

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Published : Sep 1, 2020, 4:40 PM IST

पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में सक्रिय हुए अच्छे मानसून का असर सीमावर्ती जिले जैसलमेर में भी देखने को मिल रहा है. पिछले दो दिनों में जिले में हुई तेज बारिश के चलते नदी-नालों के साथ तालाबों में पानी की अच्छी आवक देखने को मिल रही है. यहां गड़ीसर झील भी पानी से लबालब भर गई है. स्थानीय लोगों की मानें तो गड़ीसर झील में इससे पहले इतना पानी 2006 में आया था.

जैसलमेर में बारिश, Rain in Jaisalmer, Historical Gadisar lake
जैसलमेर में पानी से लबालब हुआ ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर

जैसलमेर. पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में सक्रिय हुए अच्छे मानसून का असर रविवार और सोमवार को सीमावर्ती जिले जैसलमेर में में भी देखने को मिला. पिछले दो दिनों में जिले में हुई तेज बारिश के चलते नदी-नालों के साथ तालाबों में पानी की अच्छी आवक देखने को मिल रही है. वहीं, मौसम विभाग के अनुसार पिछले 2 दिनों में जैसलमेर में लगभग 5 इंच बारिश दर्ज की गई है. इसके चलते पर्यटन नगरी जैसलमेर में रेगिस्तान के बीच नखलिस्तान के रूप में खिलखिलाती गड़ीसर झील भी पानी से लबालब भर गई है.

जैसलमेर में पिछले 2 दिनों में हुई तेज बारिश

पढ़ें: डूंगरपुर: अनंत चतुर्दशी पर बिना शोभायात्रा के गणपति विसर्जित, कोरोना गाइडलाइन की हुई पालना

वहीं, स्थानीय निवासियों की मानें तो गड़ीसर झील में इससे पहले इतना पानी 2006 में आया था और उसके बाद इतनी अच्छी बारिश नहीं हुई थी और गड़ीसर में पानी की आवक इससे कम ही देखी गई थी, लेकिन रविवार और सोमवार को हुई बारिश के चलते गड़ीसर सरोवर की बीच बंगलिया लगभग पूरी तरह से पानी से ढक गई है. साथ ही पानी गड़ीसर झील के मुख्य प्रवेश द्वार से भी लगभग 10 फीट बाहर आ गया है.

जैसलमेर में बारिश, Rain in Jaisalmer, Historical Gadisar lake
जैसलमेर में पानी से लबालब हुआ ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर

स्थानीय लोगों का कहना है कि ये रियासतकालीन पीने के पानी का शहर में एक मात्र स्रोत था, जो अब एक मुख्य पर्यटन स्थल बन चुका है. यहां आने से मन को सुकून मिलता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि केचमेंट एरिया सहित आस-पास के क्षेत्र में पानी की अच्छी आवक हुई है. उनका कहना है कि नगर परिषद सहित जिला प्रशासन को गड़ीसर सरोवर के रखरखाव सहित साफ-सफाई पर ध्यान देने की अभी भी आवश्यकता है.

पढ़ें: धौलपुर : चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 4.40 मीटर ऊपर, जिला प्रशासन सतर्क

गौरतलब है कि जैसलमेर के ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर पर आने वाले देसी-विदेशी सैलानी जब भी आते हैं तो रेगिस्तान के बीच पानी के इस झील को देखकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं और इस झील में नौकायान का लुत्फ उठाते हैं. लेकिन, इस बार कोरोना के चलते सैलानी जैसलमेर नहीं पहुंच रहे हैं, ऐसे में पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जब पर्यटक आना शुरू होंगे तो इस पानी से भरी झील को देखकर आनंदित होंगे.

जैसलमेर. पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में सक्रिय हुए अच्छे मानसून का असर रविवार और सोमवार को सीमावर्ती जिले जैसलमेर में में भी देखने को मिला. पिछले दो दिनों में जिले में हुई तेज बारिश के चलते नदी-नालों के साथ तालाबों में पानी की अच्छी आवक देखने को मिल रही है. वहीं, मौसम विभाग के अनुसार पिछले 2 दिनों में जैसलमेर में लगभग 5 इंच बारिश दर्ज की गई है. इसके चलते पर्यटन नगरी जैसलमेर में रेगिस्तान के बीच नखलिस्तान के रूप में खिलखिलाती गड़ीसर झील भी पानी से लबालब भर गई है.

जैसलमेर में पिछले 2 दिनों में हुई तेज बारिश

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वहीं, स्थानीय निवासियों की मानें तो गड़ीसर झील में इससे पहले इतना पानी 2006 में आया था और उसके बाद इतनी अच्छी बारिश नहीं हुई थी और गड़ीसर में पानी की आवक इससे कम ही देखी गई थी, लेकिन रविवार और सोमवार को हुई बारिश के चलते गड़ीसर सरोवर की बीच बंगलिया लगभग पूरी तरह से पानी से ढक गई है. साथ ही पानी गड़ीसर झील के मुख्य प्रवेश द्वार से भी लगभग 10 फीट बाहर आ गया है.

जैसलमेर में बारिश, Rain in Jaisalmer, Historical Gadisar lake
जैसलमेर में पानी से लबालब हुआ ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर

स्थानीय लोगों का कहना है कि ये रियासतकालीन पीने के पानी का शहर में एक मात्र स्रोत था, जो अब एक मुख्य पर्यटन स्थल बन चुका है. यहां आने से मन को सुकून मिलता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि केचमेंट एरिया सहित आस-पास के क्षेत्र में पानी की अच्छी आवक हुई है. उनका कहना है कि नगर परिषद सहित जिला प्रशासन को गड़ीसर सरोवर के रखरखाव सहित साफ-सफाई पर ध्यान देने की अभी भी आवश्यकता है.

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गौरतलब है कि जैसलमेर के ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर पर आने वाले देसी-विदेशी सैलानी जब भी आते हैं तो रेगिस्तान के बीच पानी के इस झील को देखकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं और इस झील में नौकायान का लुत्फ उठाते हैं. लेकिन, इस बार कोरोना के चलते सैलानी जैसलमेर नहीं पहुंच रहे हैं, ऐसे में पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जब पर्यटक आना शुरू होंगे तो इस पानी से भरी झील को देखकर आनंदित होंगे.

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