जयपुर. बीते 8 माह में कोरोना के चलते प्रदेश में लाखों लोग बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं और इस लाइलाज बीमारी का डटकर सामना भी कर रहे है. ऐसे में केंद्र ने फ्रंट लाइन हेल्थ वॉरियर्स को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत कोरोना वैक्सीन इजात होने के बाद सबसे पहले यह वैक्सीन इन फ्रंटलाइन हेल्थ वॉरियर्स को लगाई जाएगी.
केंद्र के निर्देश के बाद प्रदेश के चिकित्सा विभाग भी अब बड़े स्तर पर तैयारियों में जुट गया है. ऐसे में चिकित्सा विभाग चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत सभी फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स का डाटा बेस तैयार करने में जुट गया है. इन वॉरियर्स के डेटाबेस के लिए एनएचएम मिशन निदेशक ने सभी सीएमएचओ को पत्र लिखा है. जिसके तहत जिले में संचालित सरकारी और निजी अस्पताल में कार्यरत कार्मिकों का डाटा एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं.
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केंद्रीय गाइडलाइन के तहत भेजा प्रपत्र...
केंद्रीय गाइडलाइन के अनुसार सभी जिलों के लिए एक निर्धारित प्रपत्र भी भेजा गया है. इस प्रपत्र में चिकित्सा पेशे से जुड़े डायरेक्ट और इनडायरेक्ट कर्मचारियों की सूचना मांगी गई है. जिससे कोरोना की वैक्सीन जब भी तैयार हो, इन कोरोना हेल्थ वारियर्स को सबसे पहले लगाई जा सके. ऐसे में अब चिकित्सा विभाग प्रदेश में कार्यरत ऐसे हेल्थ वॉरियर्स का डाटा तैयार करने में जुट गया है, जो बीते 8 माह से फ्रंट वॉरियर्स के रूप में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं.