पोकरण (जैसलमेर). क्षेत्र में दो बंदरों के लंबे समय से चल रहे आतंक को वन विभाग की टीम ने मंगलवार को समाप्त किया. जहां वन विभाग की टीम ने बंदरों के खिलाफ रेस्क्यू अभियान चलाकर दोनों बंदरों को पकड़ लिया. उन्हें पकड़ने के लिए विभाग के कर्मचारियों ने ट्रैंकुलाइजर गन का इस्तेमाल किया.
जानकारी के अनुसार शहर में पिछले लंबे समय से दो बंदरों का आतंक बढ़ गया था. बंदरों के इस आतंक के चलते रविवार को सुबह ट्यूशन जा रही दो बच्चियों पर बंदरों ने हमला कर दिया था. इस कारण एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी. मामले की गंभीरता देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित ने इस संबंध में वन विभाग प्रशासन को सूचित किया.
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नगर पालिका अध्यक्ष की ओर से सूचना देने पर वन विभाग की टीम ने बंदरों के खिलाफ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. वन विभाग में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर दोनों बंदरों को अपने कब्जे में लिया. वन विभाग की टीम ने शूटर श्ररण सिंह राठौड़, पेप सिंह अशोक रतनु और नगर पालिका कर्मचारी रोहित के नेतृत्व में टीम ने लगभग 1 घंटे तक स्थानीय हॉस्पिटल और उसके आसपास रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बंदरों को ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश किया. वन विभाग की टीम दोनों बंदरों को जोधपुर ले गई.
1640 लीटर डीजल और पिकअप के साथ आरोपी गिरफ्तार
पोकरण के रामदेवरा में अवैध रूप से डीजल परिवहन करने के आरोप में पुलिस ने डीजल वाहन को जब्त करने के साथ चालक को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस ने इस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार पोकरण की तरफ से एक पिकअप राष्ट्रीय राजमार्ग की 11 से होकर रामदेवरा से नाचना चौराहे की तरफ जा रही थी. रामदेवरा थाने के बाहर नाकेबंदी पर पहुंचते ही वाहन को रोककर पूछताछ की गई. हेड कांस्टेबल रूपा राम ने वाहन को चेक करके डीजल परिवहन के परमिट की.