जैसलमेर. सरहदी जिले जैसलमेर में इस दिनों अब तक की सबसे लम्बी अवधि की नहरबंदी जो 7 मार्च से शुरू हुई थी उसका दूसरा चरण चल रहा है. इसके अंतर्गत 22 मार्च से 30 अप्रैल तक जिले को लगभग 2000 क्यूसेक पानी मिलेगा और उसके बाद 30 अप्रैल से 31 मई तक पूर्ण क्लोजर रहेगा. इस दौरान स्टोरेज वाटर से पीने के पानी की सप्लाई की जाएगी.
जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने बताया कि नहरबंदी के दौरान शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन और मवेशियों के लिए पीने के पानी की समस्या ना हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है. इसके लिए विशेष योजना भी बनाई गई है. जिला कलेक्टर मोदी ने नहर बंदी को लेकर कहा इस दौरान आमजन और मवेशियों को पर्याप्त पीने की पानी मुहैया करवाना एक चुनौती है.
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उसको लेकर उन्होंने आमजन से अपील की है कि वह पानी का सदुपयोग करें साथ ही उसका संचयन करें. जिला कलेक्टर ने बताया कि नहर बंदी के दौरान पानी की किल्लत को पूरी तरह से दूर करने के लिए दो स्तरीय रणनीति बनाई गई है. जिसके तहत पार्शियल क्लोजर के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी का स्टोरेज किया गया है. ताकि पूर्ण क्लोज़र के दौरान उसका प्रयोग किया जा सके.
उन्होंने बताया की पीएचईडी के जल स्रोत जो खराब पड़े हैं या बंद है उनका चिन्हीकरण कर उनकी मरम्मत करवाकर उन्हें फिर से शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. ताकि उन्हें सुचारू रूप से चला कर गर्मियों और नहरबंदी के दौरान पानी की किल्लत को दूर किया जा सके.