जैसलमेर. जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में दो गुटों के बीच हुए संघर्ष का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 2 दिन पहले पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की मारपीट में घायल हुए मृतक के परिवारजनों को लेकर गुरुवार को कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे.
जिसके बाद मंत्री मोहम्मद ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्यायिक जांच की मांग की. ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि 19 मई की रात को करीब 2 बजे 200 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी मृतक के घर पहुंचे और परिवारजनों के घरों में जबरन घुसकर लाठियों से मारपीट की, इस दौरान महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया और बच्चों और बुजुर्गों के साथ भी मारपीट की गई.
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ज्ञापन में बताया गया कि पुलिस अधीक्षक की ओर से समय देने के बाद भी उसी रात 2 बजे 200 पुलिस अधिकारी और जवान करीब 20 वाहनों में सवार होकर पहुंचे और जबरदस्ती मृतक के परिजनों के घरों में घुसकर शोक में डूबे परिवारजनों पर हमला किया. जिन लोगों को गंभीर चोटें आई है, उन्हें कलेक्टर के सामने पेश किया गया और उन्हें उनकी चोटें भी दिखाई गई.
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ज्ञापन देते कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद भी मृतक के परिजनों के साथ थे. उन्होंने कहा कि यदि पुलिस इस तरीके से कार्रवाई करेगी तो कैसे चलेगा. मंत्री ने कहा कि जो भी पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्यायिक जांच की भी मांग की है. पुलिस अधीक्षक किरण कंग का कहना है कि मारपीट या लाठीचार्ज किए जाने की उनको जानकारी नहीं है, इस मामले की जांच करवाई जाएगी.