बाड़मेर. देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच अच्छी खबर ये भी आ रही है कि हर दिन इस संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. वहींं, देश में कोरोना संकट के बीच कोरोना वॉरियर्स पर हमले के कई मामले सामने आ चुके हैं.
इस तरह के मामलों को लेकर देशभर चिकित्साकर्मियों में खासा नाराजगी है. इसके चलते बाड़मेर में आईएमए और सरकारी सेवारत चिकित्सक संघ ने ब्लैक डे मनाया. यहां डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया.
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ओपीडी के दौरान डॉक्टर्स ने अजमेर में डॉक्टर से हुए अभद्र व्यवहार जिक्र किया और काले मास्क लगाकर काली पट्टी बांधा. डॉक्टर्स ने 8 मई को ब्लैक फ्राइडे के रूप में मनाया. डॉक्टरों के मुताबिक राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में डॉक्टर्स के साथ हो रहा अभद्र व्यवहार निंदनीय है. एक तरफ कोरोना संकट में डॉक्टर कोरोना वॉरियर्स के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, राज्य में इन दिनों डॉक्टरों के साथ हुई घटनाओं ने धरती के भगवान को विरोध पर उतरने पर मजबूर कर दिया है.
बताया जा रहा है कि एक दिन के ब्लैक फ्राइडे के बाद अब डॉक्टर सरकार की तरफ निगाह लगाए हुए हैं. अगर सरकार की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई या निर्णय नहीं होता है तो डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन और कड़ा रुख अख्तियार करता नजर आएगा.