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स्पेशल स्टोरीः 'जैसल मेरा' से भीषण गर्मी में भी सैलानियों को लुभाएगा जैसलमेर, दूर होगा 'सन्नाटा' - जैसलमेर न्यूज

जैसलमेर में अगस्त से मार्च तक पर्यटन सीजन चलता है. इस दौरान यहां करीब 8 से 10 लाख सैलानी घूमने आते हैं. हालांकि गर्मी के दिनों में यहां पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहता है. पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों ने गर्मी के दिनों को भी सैलानियों को बुलाने की तैयारी कर ली है. पढ़ें विस्तृत खबर....

जैसलमेर न्यूज, राजस्थान न्यूज, Jaisalmer news, Rajasthan news
गर्मी में पर्यटकों को बुलाने की योजना
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Published : Feb 22, 2020, 3:38 PM IST

Updated : Mar 9, 2020, 5:46 PM IST

जैसलमेर. केरल का नाम सुनते ही मन उत्साह और उमंग से भर जाता है. केरल में हर साल बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. समुद्र तट के किनारे बसे होने से यहां का मौसम भी हमेशा खुशगवार बना रहता है. केरल को यह सब प्रकृति ने दिया है जिसे वहां का पर्यटन विभाग समझदारी से बेच रहा है.

गर्मी में पर्यटकों को बुलाने की योजना

केरल से प्रेरणा लेकर राजस्थान का सीमावर्ती जिले जैसलमेर में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कमर कस ली गई है. हालांकि इसे मूर्त रूप देने में काफी चुनौतियों का भी सामना करना होगा. यहां मई-जून में भीषण गर्मी पड़ती है. इस दौरान यहां का अधिकतम तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है.

असल चुनौती यही है कि इस गर्मी में यहां कैसे पर्यटन को बढ़ाया जाए. इस मुद्दे पर यहां के पर्यटन कारोबारियों ने 99 दिन की एक कार्ययोजना बनाई है. कारोबारियों का मानना है कि इस भीषण गर्मी के समय में भी कुछ ऐसा कर दिखाना होगा, जिससे 50 डिग्री तापमान में भी रेतीली धरती पर सैलानियों की रौनक बनी रहे.

पढे़ंः Reality Check: 'उज्जवला' से रोशन हुए गरीब के चूल्हे पर चंद दिनों में ही छाया तंगहाली की अमावस का अंधेरा

पर्यटन सीजन में आते हैं 8-10 लाख सैलानी....

जैसलमेर में अगस्त से मार्च तक पर्यटन सीजन चलता है. इस दौरान यहां करीब 8 से 10 लाख सैलानी घूमने आते हैं. हालांकि गर्मी के दिनों में यहां पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहता है. पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों ने गर्मी के दिनों को भी सैलानियों को बुलाने की तैयारी कर ली है.

होटल व्यापारी मानवेन्द्र सिंह ने इसकी शुरुआत की है. इस मसले पर उन्होंने पर्यटन कारोबारियों के साथ चर्चा भी की. इस उद्देश्य को लेकर पहली बैठक पूरी तरह से सफल रही. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने इसे लेकर अपनी-अपनी सहभागिता देने का संकल्प लिया है.

गर्मी में कैसे बढ़ेगी सैलानियों की संख्या....

इस प्रोजेक्ट का नाम 'जैसल मेरा' रखा गया है. इसके तहत 99 दिनों तक जैसलमेर में एक्टिविटी बढ़ाने के प्रयास होंगे, ताकि सैलानियों को यहां बुलाने के लिए अधिक से अधिक आकर्षित किया जा सके. यह समय 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक का होगा. आम तौर पर इस दौरान सैलानी जैसलमेर नहीं आते.

योजना के मुताबिक सैलानी दिनभर तो होटल में रहेंगे, लेकिन रात में इनके मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सैलानियों के लिए रात्रि में रेतीले धोरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने का प्रस्ताव है. इसके अलावा रात्रि में क्रिकेट मैच भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है.

पढे़ंः CM गहलोत की घोषणा बेअसर! नो 'बैग-डे' पर बैग लेकर पहुंचे विद्यार्थी

सैलानियों को विभिन्न प्रकार के ऑफर्स से लुभाने के प्रयास...

बैठक में तय किया गया कि गर्मी में सैलानियों को बुलाने के लिए कई लुभावने ऑफर्स भी दिए जाएंगे. जिनमें फ्री हॉर्स राइडिंग, 20 दिन फ्री कुकिंग क्लास और फ्री नाइट सफारी शामिल है. मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में कलक्टर से भी बातचीत हुई है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि यदि ऐसा होता है सरकारी की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा.

व्यापारी विमल गोपा ने बताया कि शहर के सभी स्मारकों उत्तम लाइटिंग की व्यवस्था होगी, और ये रात को भी खुले रहेंगे. वहीं नगर परिषद ने आश्वासन दिया है कि इस दौरान पूरे शहर को साफ-सुथरा रखा जाएगा. कुल मिलाकर उद्देश्य यही है कि जब पूरा शहर मिलकर सैलानियों को बुलाएगा तो वे जरूर आएंगे.

जैसलमेर. केरल का नाम सुनते ही मन उत्साह और उमंग से भर जाता है. केरल में हर साल बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. समुद्र तट के किनारे बसे होने से यहां का मौसम भी हमेशा खुशगवार बना रहता है. केरल को यह सब प्रकृति ने दिया है जिसे वहां का पर्यटन विभाग समझदारी से बेच रहा है.

गर्मी में पर्यटकों को बुलाने की योजना

केरल से प्रेरणा लेकर राजस्थान का सीमावर्ती जिले जैसलमेर में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कमर कस ली गई है. हालांकि इसे मूर्त रूप देने में काफी चुनौतियों का भी सामना करना होगा. यहां मई-जून में भीषण गर्मी पड़ती है. इस दौरान यहां का अधिकतम तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है.

असल चुनौती यही है कि इस गर्मी में यहां कैसे पर्यटन को बढ़ाया जाए. इस मुद्दे पर यहां के पर्यटन कारोबारियों ने 99 दिन की एक कार्ययोजना बनाई है. कारोबारियों का मानना है कि इस भीषण गर्मी के समय में भी कुछ ऐसा कर दिखाना होगा, जिससे 50 डिग्री तापमान में भी रेतीली धरती पर सैलानियों की रौनक बनी रहे.

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पर्यटन सीजन में आते हैं 8-10 लाख सैलानी....

जैसलमेर में अगस्त से मार्च तक पर्यटन सीजन चलता है. इस दौरान यहां करीब 8 से 10 लाख सैलानी घूमने आते हैं. हालांकि गर्मी के दिनों में यहां पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहता है. पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों ने गर्मी के दिनों को भी सैलानियों को बुलाने की तैयारी कर ली है.

होटल व्यापारी मानवेन्द्र सिंह ने इसकी शुरुआत की है. इस मसले पर उन्होंने पर्यटन कारोबारियों के साथ चर्चा भी की. इस उद्देश्य को लेकर पहली बैठक पूरी तरह से सफल रही. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने इसे लेकर अपनी-अपनी सहभागिता देने का संकल्प लिया है.

गर्मी में कैसे बढ़ेगी सैलानियों की संख्या....

इस प्रोजेक्ट का नाम 'जैसल मेरा' रखा गया है. इसके तहत 99 दिनों तक जैसलमेर में एक्टिविटी बढ़ाने के प्रयास होंगे, ताकि सैलानियों को यहां बुलाने के लिए अधिक से अधिक आकर्षित किया जा सके. यह समय 15 अप्रैल से 15 जुलाई तक का होगा. आम तौर पर इस दौरान सैलानी जैसलमेर नहीं आते.

योजना के मुताबिक सैलानी दिनभर तो होटल में रहेंगे, लेकिन रात में इनके मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सैलानियों के लिए रात्रि में रेतीले धोरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने का प्रस्ताव है. इसके अलावा रात्रि में क्रिकेट मैच भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है.

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सैलानियों को विभिन्न प्रकार के ऑफर्स से लुभाने के प्रयास...

बैठक में तय किया गया कि गर्मी में सैलानियों को बुलाने के लिए कई लुभावने ऑफर्स भी दिए जाएंगे. जिनमें फ्री हॉर्स राइडिंग, 20 दिन फ्री कुकिंग क्लास और फ्री नाइट सफारी शामिल है. मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में कलक्टर से भी बातचीत हुई है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि यदि ऐसा होता है सरकारी की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा.

व्यापारी विमल गोपा ने बताया कि शहर के सभी स्मारकों उत्तम लाइटिंग की व्यवस्था होगी, और ये रात को भी खुले रहेंगे. वहीं नगर परिषद ने आश्वासन दिया है कि इस दौरान पूरे शहर को साफ-सुथरा रखा जाएगा. कुल मिलाकर उद्देश्य यही है कि जब पूरा शहर मिलकर सैलानियों को बुलाएगा तो वे जरूर आएंगे.

Last Updated : Mar 9, 2020, 5:46 PM IST
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