जैसलमेर. ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर असर हुआ है. जहां पिछले दिनों हमने दिखाया था कि किस तरह से पर्यटन नगरी जैसलमेर में कोरोना की अफवाहों के बीच बाजारों में हैंड सैनिटाइजर व मास्क की किल्लत हो गई थी. वहीं कुछ दुकानदारों द्वारा इसकी जमकर कालाबाजारी की जा रही थी और महंगे दामों पर इन्हें बेचा जा रहा था, जिससे आमजन व सैलानियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.
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जैसलमेर कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि इस प्रकार की शिकायत मिली थी कि मास्क और हैंड सैनिटाइजर की कालाबाजारी हो रही है, इस संबंध में चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए.
जिला कलेक्टर नमित मेहता की ओर से स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को निर्देशित करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जैसलमेर के सभी मेडिकल स्टोर और उनकी यूनियन की बैठक तत्काल बुलाई, जिसमें उनसे सख्ती से कहा गया कि हैंड सैनिटाइजर और मास्क को महंगे दामों पर नहीं बेचे. साथ ही उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक मेडिकल स्टोर के बाहर सैनिटाइजर और मास्क की रेट लिखकर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा व दुकान में इन उत्पादों की उपलब्ध स्टॉक की भी जानकारी साझा करनी पड़ेगी.
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जिला कलेक्टर मेहता के मुताबिक मास्क और हैंड सैनिटाइजर को आवश्यक वस्तु घोषित कर दिया है. ऐसे में उन्होंने यह भी हिदायत दी कि चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा मेडिकल स्टोर की जांच भी की जाए, जिसमें इनकी कालाबाजारी करते पाए जाने वाले दुकानदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.