जयपुर. स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा को आज संविदा पर कार्यरत एनएचएम संविदा एएनएम यूनियन जोधपुर की ओर से जबरदस्त विरोध का सामना (Protest outside Parsadi Lal Meena house) करना पड़ा. दरअसल ये महिला एनएचएम कर्मी लंबे समय से मांग कर रही हैं कि विभाग रायसेम संस्था से फाइल वापस मंगवा कर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के 5500 पदों पर 10, 20 और 30 बोनस अंकों से सीधी भर्ती का विज्ञापन जारी करवाएं. संविदा पर लगी ये सभी महिला नर्सेज 2016 में हुई परीक्षा के बेस पर ही संविदा पर लगी थी.
यह मांग लंबे समय से चली आ रही थी, ऐसे में आज महिला संविदा एएनएम मंत्री परसादी लाल मीणा के आवास पर जुट गई. लेकिन जब मंत्री परसादी लाल मीणा की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला तो महिला एनएचएम संविदा कर्मी परसादी लाल मीणा की गाड़ी के आगे आ गईं. एनएचएम संविदा कर्मियों ने मंत्री परसादी लाल मीणा के गाड़ी को आगे नहीं जाना दिया. मजबूरी में मंत्री परसादी लाल मीणा की गाड़ी को बैक लेना पड़ा. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने इन महिलाओं को हटाने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें कामयाब नहीं रहे. पुलिस का घेरा बनाने के बावजूद भी परसादी लाल मीणा की गाड़ी आगे नहीं जा सकी.
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बता दें कि यह पुरानी मांग है और इन संविदा नर्सेज का कहना है कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र एवं विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री ने इसे पूरा करने की घोषणा की थी. लेकिन वह अब तक पूरी नहीं हुई. उनका कहना है कि हमें जानकारी मिली है कि 1155 पदों पर विज्ञापन जारी होने वाला है, जबकि राजस्थान में एएनएम के 5500 पद रिक्त हैं. ऐसे में हमारी मांग है कि राजस्थान में सरकार एएनएम के 5500 पदों पर न्यू भर्ती निकलवा कर संविदा नर्सेज को 2013 और 2018 नर्सिंग भर्ती की तर्ज पर मेरिट को आधार बनाकर 10, 20 और 30 बोनस अंक देकर नियमित करें.
महिलाओं का कहना है कि कोरोना महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर में इन्होंने अपनी जान पर खेलते हुए परिवार की परवाह किए बगैर रात दिन 24 घंटे काम किया. जिसके चलते गहलोत सरकार को भारत सरकार सहित पूरे विश्व में सराहना मिली. लेकिन 2018 के बाद आज तक नर्सेज भर्ती का कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है, जो चुनावी घोषणा पत्र 2018 में कांग्रेस का वादा था. अब कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र की घोषणा को सरकार पूरा करे.