जयपुर. गहलोत सरकार के कुशासन-भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी ने शनिवार को राजधानी जयपुर में मशाल जुलूस निकाला. 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान के तहत मशाल जुलूस में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, अरुण चतुर्वेदी समेत बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस दौरान एक बड़ा हादसा होने से टल गया. मशाल जुसूल के दौरान मशाल की लपटें कार्यकर्ताओं तक पहुंच गईं. आग की लपटों से एक महिला कार्यकर्ता की साड़ी में भी आग लग गई, हालांकि गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ, हालांकि कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
दरअसल, बीजेपी के 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान के तहत प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, अरुण चतुर्वेदी समेत बीजेपी कार्यकर्ता की मौजूदगी में मशाल जुलूस निकाला जा रहा था. मशाल जुलूस की शुरुआत में अचानक से मशाल की लपटें एक महिला कार्यकर्ता की साड़ी पर गिर गई. कार्यकर्ताओं ने एक दम से लपटों पर काबू पा लिया. महिला कार्यकर्ता को प्राथमिक उपचार के लिए हॉस्पिटल ले गए, जहां पर डॉक्टर ने सब सामान्य बता कर घर भेज दिया. घटना के बाद कुछ समय के लिए वहां पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया, बाद में कार्यकर्ताओं ने स्थिति को सामान्य किया.
कुशासन और जंगल राज के खिलाफ सड़क परः बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज और कुशासन कायम है, जिससे आम जनता परेशान है. भारतीय जनता पार्टी 'नहीं सहेगा राजस्थान' आंदोलन बूथ स्तर तक चला रही है. पार्टी का लक्ष्य है इस आंदोलन के माध्यम से करीब 2 करोड़ आम जनता से संपर्क किया जाएगा. उन्हें कांग्रेस की गहलोत सरकार का फेल कार्ड का वितरण भी जाएगा. अरुण सिंह ने कहा कि प्रदेश में आज महिलाओं पर अत्याचार, युवाओं का अपमान, किसान परेशान, पेपर लीक, भ्रष्टाचार बेलगाम जैसी समस्याएं घर कर गई हैं. इससे आम आदमी का जीना दूभर हो गया है.
जंगलराज के खिलाफ जनता सड़कों पर : उन्होंने कहा कि ऐसे जंगलराज और कुशासन से छुटकारा पाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश व्यापी आंदोलन 'नहीं सहेगा राजस्थान' चलाया जा रहा है. सरकार के इस कुशासन और जंगलराज के खिलाफ अब जनता सड़कों पर है. पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि आज प्रदेश में जिस तरह का माहौल बन गया है, उससे प्रदेश की आम आवाम अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है. यह सरकार जनता को सुशासन देने में पूरी तरीके से नाकाम रही. प्रदेश में जिस तरह भय और आतंक का माहौल बना है, उससे सब डरे हुए हैं. यह सरकार पूरी तरीके से फेल हो चुकी है और अब इनकी उलटी गिनती शुरू हो गई है.