ETV Bharat / state

हॉस्पिटल में इलाज के दौरान महिला की मौत, आक्रोशित परिजनों ने किया हंगामा - corona virus news

जयपुर के बगरू में एक महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के कारण महिला की मौत हो गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से समझाइश की और उन्हें शांत कराया.ज

जयपुर की खबर, women death
बगरू में इलाज के दौरान महिला की मौत
author img

By

Published : Apr 17, 2020, 9:23 PM IST

बगरू (जयपुर). रीको क्षेत्र स्थित बालाजी सोनी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 40 साल की नारंगी देवी पत्नी शंकरलाल शर्मा निवासी हरध्यानपुरा की मौत हो गई. इससे आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. बाद में बगरू और सेज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से समझाइश की.

वहीं अस्पताल के डॉ. आलोक त्यागी का कहना है कि ऑपरेशन के बाद वार्ड में शिफ्ट करने के दौरान मरीज को हार्ट अटैक आ गया. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. काफी प्रयास के बाद भी मरीज को नहीं बचाया जा सका. परिजनों ने हंगामा किया तो उन्हें पोस्टमार्टम करवाने की सलाह दी है. जिससे मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा. मरीज की मौत हार्ट अटैक से हुई है.

इधर परिजनों ने इलाज में डॉक्टरों के लापरवाही बरतने के चलते नारंगी देवी की मौत होने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि नारंगी देवी को ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल लाए थे और गुरूवार प्रातः दस बजे ऑपरेशन होना था, लेकिन हॉस्पिटल के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते ऑपरेशन 2 घंटे लेट हुआ. महिला का अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान हॉस्पिटल के कर्मचारियों की ओर से लापरवाही बरती गई.

परिजनों ने कहा कि कर्मचारियों की लापरवाही के कारण नारंगी देवी की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई. महिला की मौत हो जाने के बाद दो घंटे हॉस्पिटल के कर्मचारियों की ओर से महिला के परिजनों ने महिला से मिलने की बात कही तो हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने परिजनों को मिलने के लिए इनकार कर दिया. कुछ देर तक महिला से मिलने के लिए परिजनों ने जिद बहस की. ऐसे करते करते लगभग चार घंटे बीत जाने के बाद भी परिजनों को हॉस्पिटल की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली. हॉस्पिटल के कर्मचारियों का हावभाव देखकर परिजनों को अंदेशा हुआ कि महिला के साथ कुछ अनहोनी हो गई है. जब परिजन महिला से मिलने के लिए गेट पर गए तो हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने परिजनों को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया, लेकिन परिजनों को अंदेशा था कि नारंगी के साथ कुछ अनहोनी हुई है.

जिसके बाद महिला के परिजनों ने हिम्मत करके गेट को खोल कर अंदर तक पहुंच गए, अंदर जाकर देखा तो महिला मृत पाई गई. महिला को इस हालात में देखकर परिजनों के होश छूट गए. जैसे ही परिवार के लोगों में यह बात पहुंची कि महिला की ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हो चुकी है तो परिवार में कोहराम मच गया और आक्रोशित परिजनों ने 6 घंटे तक अस्पताल में हंगामा किया.

पढ़ें- गहलोत ने ट्वीट कर कहा- UP सरकार की तर्ज पर अन्य राज्य भी कर सकते हैं ऐसी पहल

वहीं, मौके पर वैशाली नगर एसीपी रायंसिह बेनिवाल, बगरू थानाधिकारी बृज भूषण अग्रवाल, सेज थानाधिकारी जगदिश तंवर, तहसीलदार मुकेश मीणा, नायब तहसीलदार संदीप कुमार बैरड़ सहित अनेक जनप्रतिधियों से परिजनों ने मेडीकल बोर्ड की ओर से जांच, हॉस्पिटल प्रशासन मुकद्मा दर्ज करना, परिवारजनों को पेंशन और मुआवजे की मांग की.

इस पर परिजनो से समझाइश कर देर रात 9 बजे मामले को शांत किया और बगरू राजकीय चिकित्सालय के मुर्दाघर में शव रखवाया गया. शुक्रवार प्रातः उपखण्ड़ अधिकारी घनश्याम शर्मा की मौजूदगी में बगरू राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया गया. वहीं परिजनों की शिकायत पर बगरू थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बगरू (जयपुर). रीको क्षेत्र स्थित बालाजी सोनी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 40 साल की नारंगी देवी पत्नी शंकरलाल शर्मा निवासी हरध्यानपुरा की मौत हो गई. इससे आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. बाद में बगरू और सेज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से समझाइश की.

वहीं अस्पताल के डॉ. आलोक त्यागी का कहना है कि ऑपरेशन के बाद वार्ड में शिफ्ट करने के दौरान मरीज को हार्ट अटैक आ गया. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. काफी प्रयास के बाद भी मरीज को नहीं बचाया जा सका. परिजनों ने हंगामा किया तो उन्हें पोस्टमार्टम करवाने की सलाह दी है. जिससे मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा. मरीज की मौत हार्ट अटैक से हुई है.

इधर परिजनों ने इलाज में डॉक्टरों के लापरवाही बरतने के चलते नारंगी देवी की मौत होने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि नारंगी देवी को ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल लाए थे और गुरूवार प्रातः दस बजे ऑपरेशन होना था, लेकिन हॉस्पिटल के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते ऑपरेशन 2 घंटे लेट हुआ. महिला का अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान हॉस्पिटल के कर्मचारियों की ओर से लापरवाही बरती गई.

परिजनों ने कहा कि कर्मचारियों की लापरवाही के कारण नारंगी देवी की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई. महिला की मौत हो जाने के बाद दो घंटे हॉस्पिटल के कर्मचारियों की ओर से महिला के परिजनों ने महिला से मिलने की बात कही तो हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने परिजनों को मिलने के लिए इनकार कर दिया. कुछ देर तक महिला से मिलने के लिए परिजनों ने जिद बहस की. ऐसे करते करते लगभग चार घंटे बीत जाने के बाद भी परिजनों को हॉस्पिटल की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली. हॉस्पिटल के कर्मचारियों का हावभाव देखकर परिजनों को अंदेशा हुआ कि महिला के साथ कुछ अनहोनी हो गई है. जब परिजन महिला से मिलने के लिए गेट पर गए तो हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने परिजनों को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया, लेकिन परिजनों को अंदेशा था कि नारंगी के साथ कुछ अनहोनी हुई है.

जिसके बाद महिला के परिजनों ने हिम्मत करके गेट को खोल कर अंदर तक पहुंच गए, अंदर जाकर देखा तो महिला मृत पाई गई. महिला को इस हालात में देखकर परिजनों के होश छूट गए. जैसे ही परिवार के लोगों में यह बात पहुंची कि महिला की ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हो चुकी है तो परिवार में कोहराम मच गया और आक्रोशित परिजनों ने 6 घंटे तक अस्पताल में हंगामा किया.

पढ़ें- गहलोत ने ट्वीट कर कहा- UP सरकार की तर्ज पर अन्य राज्य भी कर सकते हैं ऐसी पहल

वहीं, मौके पर वैशाली नगर एसीपी रायंसिह बेनिवाल, बगरू थानाधिकारी बृज भूषण अग्रवाल, सेज थानाधिकारी जगदिश तंवर, तहसीलदार मुकेश मीणा, नायब तहसीलदार संदीप कुमार बैरड़ सहित अनेक जनप्रतिधियों से परिजनों ने मेडीकल बोर्ड की ओर से जांच, हॉस्पिटल प्रशासन मुकद्मा दर्ज करना, परिवारजनों को पेंशन और मुआवजे की मांग की.

इस पर परिजनो से समझाइश कर देर रात 9 बजे मामले को शांत किया और बगरू राजकीय चिकित्सालय के मुर्दाघर में शव रखवाया गया. शुक्रवार प्रातः उपखण्ड़ अधिकारी घनश्याम शर्मा की मौजूदगी में बगरू राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया गया. वहीं परिजनों की शिकायत पर बगरू थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.