अलवर: शहर के बीचों बीच स्थित आरआर कॉलेज में बीते 22 दिनों के बाद भी पैंथर का रेस्क्यू नहीं हो सका. अब वन विभाग ने इसके लिए नई तरकीब निकाली है. कॉलेज परिसर में बने जंगल को जेसीबी के माध्यम से साफ करवाकर रास्ता बनाया जा रहा है, जिससे वन विभाग को पैंथर की मॉनिटरिंग में आसानी होगी. साथ ही एक बार फिर ड्रोन के माध्यम से पैंथर की लोकेशन पता करने के प्रयास किए जाएंगे. वन विभाग को उम्मीद है कि जंगल के बीच रास्ता मिलने से मॉनिटरिंग में आसानी होगी. साथ ही पैंथर को जल्द ही ट्रैप किया जा सकेगा.
वन मंडल के वनपाल भीम सिंह ने बताया कि कॉलेज परिसर में गत 22 दिनों से पैंथर का मूवमेंट है. इसके लिए वन विभाग व सरिस्का की टीम मॉनिटरिंग कर रही है, लेकिन कॉलेज परिसर में बड़ी-बड़ी झाड़ियां होने के चलते मॉनिटरिंग में भी परेशानी आ रही है. इसके चलते डीएफओ के निर्देशन पर कॉलेज परिसर से जूली फ्लोरा व कंटीली झाड़ियों को हटाकर स्थाई रास्ता बनाया जा रहा है, जिससे कि मॉनिटरिंग में आसानी हो सके. उन्होंने बताया कि पैंथर का मूवमेंट रात में अधिक होता है. जिस क्षेत्र पर मार्ग बनाया जा रहा है, बीते दो-तीन दिनों से वहां पैंथर के पगमार्क मिले हैं. उम्मीद है कि जल्द ही पैंथर को रेस्क्यू कर सरिस्का के जंगलों में छोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी पैंथर कॉलेज परिसर में छिपा हुआ है.
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लोगों को दिख रही पैंथर की झलक: आरआर कॉलेज परिसर में 1 दिसंबर की शाम को वॉक करने आई दो महिलाओं को पैंथर दिखाई दिया. इसके बाद वन कर्मियों की टीम मौके पर पहुंची, जहां मौके पर पैंथर के पगमार्क मिले. इसके बाद से कई बार रिहायसी इलाकों में रहने वाले व मंदिर के आसपास वाले लोगों को पैंथर की झलक दिखाई दी. बीते दिनों पहले ही कॉलेज के पार्किंग गार्ड को भी शाम के समय पैंथर रास्ते को क्रॉस करता हुआ नजर आया, लेकिन वन विभाग की टीम अभी भी पैंथर की पहुंच से दूर है.
पैंथर को प्राकृतिक तरीके से निकालंगे: डीएफओ के अनुसार पैंथर को पकड़ने में जल्दबाजी दिखाई तो वह रिहायसी इलाकों में पहुंच सकता है. इसलिए उसे पकड़ने के लिए प्राकृतिक तरीके से ही प्रयास किया जा रहा है. बीते दिनों कॉलेज परिसर के रसायन शास्त्र विभाग के पास भी पैंथर के पग मार्क मिले थे. इसके बाद से कॉलेज में आने वाले छात्रों में भी डर का माहौल है. कॉलेज प्रशासन का कहना है कि अंधेरा होने से पहले सभी छात्रों को कॉलेज परिसर से बाहर कर गेट पर ताला लगा दिया जाता है.