जयपुर. विंग कमांडर अभिनंदन की शुक्रवार रात वतन वापसी हो गई है. उनकी वापसी को लेकर पूरे देश में जश्न का मनाया जा रहा है. इसे भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तौर पर भी देखा जा रहा है. लेकिन वतन वापसी के बाद अभी अभिनंदन ना तो अपने घर जा सकेंगे और ना ही बहुत जल्द विमान उड़ा सकेंगे.
दरअसल, 58 घंटे का समय पाकिस्तान में बिताने के बाद तय नियमों के तहत उन्हें स्वास्थ्य जांच और पूछताछ की प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस प्रक्रिया में एक महीने या उसके ज्यादा का समय भी लग सकता है. इसके बाद ही उन्हें विमान उड़ाने की इजाजत दी जाएगी.
नियमों के तहत सबसे पहले उनकी रेडक्रॉस मेडिकल जांच होगी. इसमें देखा जाएगा कि उन्हें कितनी और कैसी चोटें हैं. अगर टॉर्चर किया गया है तो किस स्तर का. साथ ही ये भी जांच की जाएगी कि उन्हें ड्रग्स तो नहीं दी गईं है. अगर किसी तरह की अमानवीय हरकत उनके साथ पाई गई तो भारत टॉर्चर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंच पर रखेगा, क्योंकि जेनेवा संधि के मुताबिक युद्धबंदियों से अमानवीय बर्ताव नहीं हो सकता.
इसके बाद अभिनंदन को दिल्ली के पालम टेक्निकल एरिया में एयरफोर्स की टीम के सवालों से गुजरना होगा. एयरफोर्स इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी. ऐसा इसलिए, जिससे भारत दुश्मन सेना के पूछताछ के तरीकों के हिसाब से अपनी सेना को तैयार कर सके.
अंत में रॉ और आईबी अलग-अलग जांच करेगी. रॉ और आईबी अलग-अलग अभिनंदन के साथ हुए बर्ताव की डिटेल तैयार करेगी. दोनों एजेंसियां पाक सेना के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारियां जुटाने की कोशिश करेंगी. पाक सेना के तौर-तरीकों का विश्लेषण किया जाएगा. रॉ और आईबी पाकिस्तान की हर एक डिटेल बारीकी से जानने की कोशिश करेगी.
बता दें कि पूछताछ कई दौर की होती है, इसमें कई बार एक महीने से भी ज्यादा समय लग जाता है. इन सभी क्लीयरेंस के बाद ही अभिनंदन वापस ड्यूटी पर लौट सकेंगे और उन्हें घर जाने की इजाजत मिल सकेगी.