कोटा: शहर में सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ, जिसमें बताया गया कि थेकड़ा इलाके में पैंथर का मूवमेंट है. इस सूचना पर दहशत फैल गई. पूरी रात वन विभाग और पुलिस की टीम जंगल की खाक छानती रही. देर रात करीब 1:30 बजे टीम वापस लौटी, लेकिन उसे पैंथर नहीं दिखा. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वायरल वीडियो में जिस वन्यजीव को पैंथर बताया जा रहा है, वह लोमड़ी, सियार या अन्य कोई जानवर है.
लाडपुरा रेंजर इंद्रेश कुमार का कहना है कि देर रात फिर पैंथर के आने की सूचना पुलिस के जरिए मिली थी. उद्योग नगर थाना और वन विभाग के लाडपुरा रेंज का जाप्ता मौके पर पहुंचा था. देर रात तक तलाश की गई, लेकिन कुछ भी नहीं मिला.
स्थानीय लोग बार-बार पैंथर होने की बात कर रहे हैं. इसलिए लोगों की संतुष्टि के लिए सुबह बड़ी संख्या में टीम को भेज कर सघन सर्च अभियान चलाया. इसमें शिकार हुए मृत जानवर के अवशेष खोजे जा रहे हैं, जिससे पुष्टि हो सकती है. इस एरिया में पुराने पगमार्क मिले हैं, जिनको भी जांच के लिए डीसीएफ टेरिटोरियल को भेजा गया है. रेंजर यादव का कहना था कि नर्सरी में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा जानवर पैंथर तो नहीं है. यह सियार या जंगली श्वान जैसा ही दिख रहा है. बता दें कि 5 दिन पहले थेकड़ा इलाके में पैंथर के मूवमेंट की सूचना वन विभाग को मिली थी.
डीसीएफ अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि इलाके की नर्सरी में जानवर के मूवमेंट का सीसीटीवी फुटेज वायरल होकर आया था. वहां पैंथर नहीं था, लेकिन एहतियातन 50 से 60 वनकर्मियों की टीम भेज कर तलाशी करवाई गई. इसमें दोपहर 12:00 बजे तक कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में सियार ही नजर आ रहा है. पैंथर होने या उसके शिकार या किल की पुष्टि भी नहीं हुई है. फिर भी टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.