ETV Bharat / state

Twitter पर पायलट हुए टॉप ट्रेंड, जानिये क्या राज है इसके पीछे

राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच एक बार फिर ट्विटर पर टॉप ट्रेंडिंग में सचिन पायलट का नाम आ रहा है. आज सुबह से ही (sachin pilot aa raha hai) 'पायलट आ रहा है' # के साथ ट्विटर के टॉप ट्रेंडिंग (Twitter top trend) में हिस्सा बन गया. इस दौरान पायलट के समर्थकों ने उनको प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President of Congress) बनाये जाने तक की मांग कर डाली. इसके पीछे की कहानी भी दिलचस्प है.

sachin pilot aa raha hai, Pilot trend in Twitter
Twitter पर पायलट हुए टॉप ट्रेंड
author img

By

Published : Jun 22, 2021, 1:49 PM IST

Updated : Jun 22, 2021, 2:31 PM IST

जयपुर. ट्विटर पर सचिन पायलट (Pilot trend in Twitter) के समर्थकों ने उनको प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने तक की मांग कर डाली है. खास बात ये है कि ये सब उस दौर में हो रहा है जब इसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर '#कांग्रेस आ रही है ' भी ट्रेंड किया जा रहा है.

मंगलवार सुबह 11 बजे तक ही 40,000 से ज्यादा लोग पायलट के लिये जारी इस मुहिम का हिस्सा बन गये. सियासी हलकों में चर्चा है कि पायलट कैंप के सक्रिय होने के बाद जारी बयानबाजी के बीच मंगलवार को जयपुर में निर्दलीय विधायकों ने बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के साथ मिलकर जो बैठक बुलाई थी. उसका जवाब देने के लिये पायलट कैंप ने सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया.

sachin pilot aa raha hai, Pilot trend in Twitter
Twitter पर ट्रेंड कर रहे सचिन पायलट

खास बात है कि बीते दो दिनों से सरकार समर्थित इन विधायकों के समूह को G19 दिया गया था. हालांकि बाद मेें बुधवार सुबह बीएसपी के विधायकों के ऐलान करते हुए ये कह दिया था कि वे निर्दलीय विधायकों के साथ होने वाली इस चर्चा में शामिल नहीं होंगे. इस फैसले के पहले कांग्रेस की अंतर्कलह पर नजरें गड़ाए बैठे नेताओं के बीच जी-19 की चर्चा काफी हुई.

ये भी पढ़ें: 'पायलट आ रहा है' ट्विटर पर कर रहा नंबर एक पर ट्रेंड, किसी ने कहा PM बनाओ तो कोई बोला- कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष

जानिये क्या है G-19 ? जो पहली बैठक से पहले ही अलग हो गया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते दो कार्यकाल से अपने संख्या बल को मजबूत करने के लिये लिहाज से राजस्थान में निर्दलीय व अन्य विधायकों को साथ लेकर सरकार चला रहे हैं. इस बार भी बसपा के सिंबल से जीतकर आये 6 विधायकों ने पाला बदलकर अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देते हुए कांग्रेस ज्वॉइन करा ली थी.

जब 2020 में सरकार के खिलाफ जाकर सचिन पायलट ने अपने साथी विधायकों के साथ अज्ञातवास बिताया था तब बसपा के 6 विधायकों के साथ निर्दलीय 13 विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार की परेड में हिस्सा लेकर संकट के दौर में बहुमत साबित करने में मदद की थी.

ये भी पढ़ें: बैनर पॉलिटिक्स : पायलट समर्थकों का गहलोत गुट को जवाब, पोस्टर्स पर लिखवाए ये स्लोगन

ऐसे में संकटमोचक बने इन विधायकों को ग्रुप-19 यानि जी-19 का नाम दिया गया है. इस समूह में बसपा छोड़कर आये विधायकों ने बीते दिनों पायलट समर्थित विधायकों के खिलाफ ना सिर्फ तीखी बयानबाजी की थी. बल्कि उन्हें हर तरह से आड़े हाथ भी लिया था. वहीं निर्दलीय विधायकों में से सिरोही एमएलए संयम लोढा भी सोशल मीडिया पर लगातार पायलट कैंप को निशाना बनाते रहे हैं. ऐसे में सचिन पायलट टीम की सियासी भागीदारी की मांग को देखते हुए खुद के लिये सरकार में हिस्सा मांगने की जद्दोजहद के रूप में गैर कांग्रेसी विधायकों के समूह को ये पहचान मिली थी.

  • बसपा से कांग्रेस में लौटे विधायक-

1.राजेन्द्र सिंह गुढ़ा

2.जोगेन्द्र अवाना

3.संदीप यादव

4.वाजिब अली

5.लाखन सिंह

6.दीपचंद खेरिया

  • ये हैं निर्दलीय विधायक-

1. महादेव सिंह खंडेला

2. रामकेश मीणा

3. बाबूलाल नागर

4. बलजीत यादव

5. ओम प्रकाश हुडला

6. रमिला खडिया

7. सुरेश टाक

8. कांति प्रसाद मीणा

9. संयम लोढ़ा

10. लक्ष्मण मीणा

11. आलोक बेनीवाल

12. खुशवीर सिंह जोजावर

13. राजकुमार गौड़

'#पायलट आ रहा है' के क्या मायने हैं ?

सचिन पायलट कैंप के विधायक और चाकसू एमएलए वेद प्रकाश सोलंकी के सरकारी निवास के बाहर रखे बैनर ने मंगलवार को सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया था. इस बैनर में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को तरजीह दी गई थी. जहां सचिन पायलट की जनसमूह के बीच की तस्वीर के साथ लिखा गया नारा सुर्खियां बंटोरने लगा.

इस बैनर पर लिखा गया था कि 'राजस्थान ने देखा है,हम सबने देखा है' । माना जा रहा है कि ये बैनर जी-19 की रणनीति के खिलाफ टीम पायलट का जवाब था. यही वजह है कि कांग्रेस की अंदरूनी सियासी तकरार फिर से जाहिर हो रही है. इस बीच चर्चा है कि सचिन पायलट 22 जून की शाम या फिर 23 जून गुरुवार की सुबह जयपुर पहुंच सकते हैं.

क्यों जी-19 में शामिल नहीं हो रहे हैं 6 विधायक

बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों ने पहले तो जी-19 में खुद को शामिल होना बताया था परंतु बैठक वाले दिन सुबह उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि वे अब इस चर्चा में शामिल नहीं हो रहे हैं.

सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीते दिनों दिल्ली में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा था कि सत्ता में भागीदारी सिर्फ उन विधायकों को मिलेगी जो पार्टी के अनुशासन में रहेंगे. ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ बैठकों में जाने का मसला भी पायलट कैंप अनुशासनहीनता से जोड़ सकता है. लिहाजा दलबदल करने वाले यह 6 विधायक आखिरी मौके पर खुद को इस सियासी संग्राम की बाजी से दूर करते हुए दिखाई पड़े.

जयपुर. ट्विटर पर सचिन पायलट (Pilot trend in Twitter) के समर्थकों ने उनको प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने तक की मांग कर डाली है. खास बात ये है कि ये सब उस दौर में हो रहा है जब इसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर '#कांग्रेस आ रही है ' भी ट्रेंड किया जा रहा है.

मंगलवार सुबह 11 बजे तक ही 40,000 से ज्यादा लोग पायलट के लिये जारी इस मुहिम का हिस्सा बन गये. सियासी हलकों में चर्चा है कि पायलट कैंप के सक्रिय होने के बाद जारी बयानबाजी के बीच मंगलवार को जयपुर में निर्दलीय विधायकों ने बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के साथ मिलकर जो बैठक बुलाई थी. उसका जवाब देने के लिये पायलट कैंप ने सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया.

sachin pilot aa raha hai, Pilot trend in Twitter
Twitter पर ट्रेंड कर रहे सचिन पायलट

खास बात है कि बीते दो दिनों से सरकार समर्थित इन विधायकों के समूह को G19 दिया गया था. हालांकि बाद मेें बुधवार सुबह बीएसपी के विधायकों के ऐलान करते हुए ये कह दिया था कि वे निर्दलीय विधायकों के साथ होने वाली इस चर्चा में शामिल नहीं होंगे. इस फैसले के पहले कांग्रेस की अंतर्कलह पर नजरें गड़ाए बैठे नेताओं के बीच जी-19 की चर्चा काफी हुई.

ये भी पढ़ें: 'पायलट आ रहा है' ट्विटर पर कर रहा नंबर एक पर ट्रेंड, किसी ने कहा PM बनाओ तो कोई बोला- कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष

जानिये क्या है G-19 ? जो पहली बैठक से पहले ही अलग हो गया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते दो कार्यकाल से अपने संख्या बल को मजबूत करने के लिये लिहाज से राजस्थान में निर्दलीय व अन्य विधायकों को साथ लेकर सरकार चला रहे हैं. इस बार भी बसपा के सिंबल से जीतकर आये 6 विधायकों ने पाला बदलकर अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देते हुए कांग्रेस ज्वॉइन करा ली थी.

जब 2020 में सरकार के खिलाफ जाकर सचिन पायलट ने अपने साथी विधायकों के साथ अज्ञातवास बिताया था तब बसपा के 6 विधायकों के साथ निर्दलीय 13 विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार की परेड में हिस्सा लेकर संकट के दौर में बहुमत साबित करने में मदद की थी.

ये भी पढ़ें: बैनर पॉलिटिक्स : पायलट समर्थकों का गहलोत गुट को जवाब, पोस्टर्स पर लिखवाए ये स्लोगन

ऐसे में संकटमोचक बने इन विधायकों को ग्रुप-19 यानि जी-19 का नाम दिया गया है. इस समूह में बसपा छोड़कर आये विधायकों ने बीते दिनों पायलट समर्थित विधायकों के खिलाफ ना सिर्फ तीखी बयानबाजी की थी. बल्कि उन्हें हर तरह से आड़े हाथ भी लिया था. वहीं निर्दलीय विधायकों में से सिरोही एमएलए संयम लोढा भी सोशल मीडिया पर लगातार पायलट कैंप को निशाना बनाते रहे हैं. ऐसे में सचिन पायलट टीम की सियासी भागीदारी की मांग को देखते हुए खुद के लिये सरकार में हिस्सा मांगने की जद्दोजहद के रूप में गैर कांग्रेसी विधायकों के समूह को ये पहचान मिली थी.

  • बसपा से कांग्रेस में लौटे विधायक-

1.राजेन्द्र सिंह गुढ़ा

2.जोगेन्द्र अवाना

3.संदीप यादव

4.वाजिब अली

5.लाखन सिंह

6.दीपचंद खेरिया

  • ये हैं निर्दलीय विधायक-

1. महादेव सिंह खंडेला

2. रामकेश मीणा

3. बाबूलाल नागर

4. बलजीत यादव

5. ओम प्रकाश हुडला

6. रमिला खडिया

7. सुरेश टाक

8. कांति प्रसाद मीणा

9. संयम लोढ़ा

10. लक्ष्मण मीणा

11. आलोक बेनीवाल

12. खुशवीर सिंह जोजावर

13. राजकुमार गौड़

'#पायलट आ रहा है' के क्या मायने हैं ?

सचिन पायलट कैंप के विधायक और चाकसू एमएलए वेद प्रकाश सोलंकी के सरकारी निवास के बाहर रखे बैनर ने मंगलवार को सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया था. इस बैनर में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को तरजीह दी गई थी. जहां सचिन पायलट की जनसमूह के बीच की तस्वीर के साथ लिखा गया नारा सुर्खियां बंटोरने लगा.

इस बैनर पर लिखा गया था कि 'राजस्थान ने देखा है,हम सबने देखा है' । माना जा रहा है कि ये बैनर जी-19 की रणनीति के खिलाफ टीम पायलट का जवाब था. यही वजह है कि कांग्रेस की अंदरूनी सियासी तकरार फिर से जाहिर हो रही है. इस बीच चर्चा है कि सचिन पायलट 22 जून की शाम या फिर 23 जून गुरुवार की सुबह जयपुर पहुंच सकते हैं.

क्यों जी-19 में शामिल नहीं हो रहे हैं 6 विधायक

बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों ने पहले तो जी-19 में खुद को शामिल होना बताया था परंतु बैठक वाले दिन सुबह उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि वे अब इस चर्चा में शामिल नहीं हो रहे हैं.

सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीते दिनों दिल्ली में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा था कि सत्ता में भागीदारी सिर्फ उन विधायकों को मिलेगी जो पार्टी के अनुशासन में रहेंगे. ऐसे में निर्दलीय विधायकों के साथ बैठकों में जाने का मसला भी पायलट कैंप अनुशासनहीनता से जोड़ सकता है. लिहाजा दलबदल करने वाले यह 6 विधायक आखिरी मौके पर खुद को इस सियासी संग्राम की बाजी से दूर करते हुए दिखाई पड़े.

Last Updated : Jun 22, 2021, 2:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.