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गांधीवादी तरीके से विरोध: हनुमानगढ़ के युवक का पेपर लीक मामले को लेकर जयपुर में मौन व्रत

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Published : Dec 27, 2022, 9:39 PM IST

Updated : Dec 27, 2022, 10:17 PM IST

राजस्थान की भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों को लेकर अभ्यर्थी, राजनीतिक पार्टियों के नेता अक्सर प्रदर्शन करते आए हैं. हाल ही हुए पेपर लीक को लेकर एक अकेला युवक हनुमानगढ़ से जयपुर आया है और मौन व्रत रखकर सरकार और विपक्ष से चुभते सवाल पूछ रहा (Teacher Bharti aspirant vow of silence in Jaipur) है. गांधीवादी तरीके से मौन व्रत रखने वाले युवक का सरकार पर आरोप है कि सरकार हाल ही हुई कई भर्तियों को पूरा करवाने में नाकाम रही. उसने विपक्ष पर भी निशाना साधा है.

Vow of silence by an aspirant in paper leak case in Jaipur, protest at Amar Jawan Jyoti
गांधीवादी तरीके से विरोध: हनुमानगढ़ के युवक का पेपर लीक मामले को लेकर जयपुर में मौन व्रत
मौन व्रत रख अभ्यर्थी ने जताया विरोध

जयपुर. कहते हैं अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता, लेकिन आरपीएससी सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच अभ्यर्थी आशीष गौतम अकेले ही जयपुर के अमर जवान ज्योति पर मौन प्रदर्शन करते (Vow of silence by an aspirant in paper leak case) दिखे. हनुमानगढ़ से राजधानी पहुंचे आशीष गौतम ने बताया कि गांधी के तरीके से कथित गांधीवादी मुख्यमंत्री को अपनी बात समझाई जा सकती है. इसलिए मौन व्रत करने अमर जवान ज्योति पहुंचे.

पुलिस को जब इस बात की सूचना मिली, तो उन्होंने जबरन ये कहते हुए उठा दिया कि यहां प्रदर्शन के लिए परमिशन चाहिए. उन्होंने कहा कि एक अकेला आदमी तख्ती लेकर मौन व्रत करके बैठा है, तो उससे सरकार को क्या खतरा है. आशीष ने सवाल उठाया कि पेपर लीक हो जाने के बाद कुछ घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी करने को लेकर खुद की पीठ थपथपाने वाले पेपर लीक को क्यों नहीं रोक पाते. जब इन पेपर की सुरक्षा की बात थी तब इसे सुरक्षा देने वाले भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे थे. उन्होंने सवाल उठाया कि नोहर में एक युवक ने सुसाइड कर लिया. ऐसे न जाने कितने युवाओं का भविष्य सरकार ने दांव पर लगा दिया है. उन्होंने विधानसभा में बैठे सभी विधायकों को नकारा बताते हुए इन सभी से इस्तीफे की मांग की.

पढ़ें: पेपर लीक पर भड़के अभ्यर्थी, बोले- युवाओं के भविष्य से हो रहा खिलवाड़

गांधीवादी तरीके से आशीष ने मौन पर बैठने से पहले बताया कि पिछले 5 सालों में सरकार एक भी भर्ती सही तरीके से पूरी नहीं करवा पाई है. सरकार युवाओं का भरोसा तोड़ उनके साथ खिलवाड़ करती रही है. आशीष ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि पिछली बार आरएएस भर्ती घोटाले में उस समय के शिक्षा मंत्री डोटासरा का नाम आने के बाद सरकार ने उन्हें शिक्षा मंत्री के पद से तो हटा दिया, लेकिन उनकी वफादारी का इनाम देते हुए कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. इस बात की आपत्ति विपक्ष ने भी नहीं जताई. इसीलिए अब वह चाहते हैं कि राजस्थान के सभी नकारा माननीय विधायक चाहे वह सत्ता पक्ष के हों या विपक्ष के, अपने पद से इस्तीफा दें और घर बैठ जाएं.

पढ़ें: Paper Leak Case : किरोड़ी मीणा बोले- SOG के अधिकारी सहित गहलोत के खास मंत्री भी हैं शामिल, CBI से हो जांच

उन्होंने कहा कि राजस्थान के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों की तस्वीरें राजस्थान की तीनों प्रमुख पार्टियों के नेताओं के साथ वायरल हो रही है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को जनता के बीच आकर यह बताना चाहिए कि इनके नेताओं के संबंध पेपर लीक माफिया से हैं या नहीं. आपको बता दें कि 24 दिसंबर को राज्य में सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर सामान्य ज्ञान परीक्षा होनी थी. लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया. आशंका जताई जा रही है कि सामान्य ज्ञान ही नहीं बल्कि अन्य विषयों के पेपर भी लीक हुए हैं.

मौन व्रत रख अभ्यर्थी ने जताया विरोध

जयपुर. कहते हैं अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता, लेकिन आरपीएससी सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच अभ्यर्थी आशीष गौतम अकेले ही जयपुर के अमर जवान ज्योति पर मौन प्रदर्शन करते (Vow of silence by an aspirant in paper leak case) दिखे. हनुमानगढ़ से राजधानी पहुंचे आशीष गौतम ने बताया कि गांधी के तरीके से कथित गांधीवादी मुख्यमंत्री को अपनी बात समझाई जा सकती है. इसलिए मौन व्रत करने अमर जवान ज्योति पहुंचे.

पुलिस को जब इस बात की सूचना मिली, तो उन्होंने जबरन ये कहते हुए उठा दिया कि यहां प्रदर्शन के लिए परमिशन चाहिए. उन्होंने कहा कि एक अकेला आदमी तख्ती लेकर मौन व्रत करके बैठा है, तो उससे सरकार को क्या खतरा है. आशीष ने सवाल उठाया कि पेपर लीक हो जाने के बाद कुछ घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी करने को लेकर खुद की पीठ थपथपाने वाले पेपर लीक को क्यों नहीं रोक पाते. जब इन पेपर की सुरक्षा की बात थी तब इसे सुरक्षा देने वाले भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे थे. उन्होंने सवाल उठाया कि नोहर में एक युवक ने सुसाइड कर लिया. ऐसे न जाने कितने युवाओं का भविष्य सरकार ने दांव पर लगा दिया है. उन्होंने विधानसभा में बैठे सभी विधायकों को नकारा बताते हुए इन सभी से इस्तीफे की मांग की.

पढ़ें: पेपर लीक पर भड़के अभ्यर्थी, बोले- युवाओं के भविष्य से हो रहा खिलवाड़

गांधीवादी तरीके से आशीष ने मौन पर बैठने से पहले बताया कि पिछले 5 सालों में सरकार एक भी भर्ती सही तरीके से पूरी नहीं करवा पाई है. सरकार युवाओं का भरोसा तोड़ उनके साथ खिलवाड़ करती रही है. आशीष ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि पिछली बार आरएएस भर्ती घोटाले में उस समय के शिक्षा मंत्री डोटासरा का नाम आने के बाद सरकार ने उन्हें शिक्षा मंत्री के पद से तो हटा दिया, लेकिन उनकी वफादारी का इनाम देते हुए कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. इस बात की आपत्ति विपक्ष ने भी नहीं जताई. इसीलिए अब वह चाहते हैं कि राजस्थान के सभी नकारा माननीय विधायक चाहे वह सत्ता पक्ष के हों या विपक्ष के, अपने पद से इस्तीफा दें और घर बैठ जाएं.

पढ़ें: Paper Leak Case : किरोड़ी मीणा बोले- SOG के अधिकारी सहित गहलोत के खास मंत्री भी हैं शामिल, CBI से हो जांच

उन्होंने कहा कि राजस्थान के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों की तस्वीरें राजस्थान की तीनों प्रमुख पार्टियों के नेताओं के साथ वायरल हो रही है, जो बेहद चिंताजनक स्थिति है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को जनता के बीच आकर यह बताना चाहिए कि इनके नेताओं के संबंध पेपर लीक माफिया से हैं या नहीं. आपको बता दें कि 24 दिसंबर को राज्य में सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर सामान्य ज्ञान परीक्षा होनी थी. लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया. आशंका जताई जा रही है कि सामान्य ज्ञान ही नहीं बल्कि अन्य विषयों के पेपर भी लीक हुए हैं.

Last Updated : Dec 27, 2022, 10:17 PM IST
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