जयपुर. एक सामान्य व्यक्ति एक मिनट में करीब 29 से 35 शब्द लिख सकता है और करीब 25 से 30 शब्द टाइप कर सकता है, लेकिन इसमें कुछ भी विशेष नहीं है. लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स की बात करने जा रहे हैं, जिसका नाम ही विशेष है और उसकी कला के बारे में जान आप भी दंग रह जाएंगे. राजधानी के चांदपोल क्षेत्र निवासी विशेष गोल्या एक मिनट में 25 से 29 शब्द लिख सकते हैं. अब आप सोचेंगे भला इसमें क्या खास बात है. लेकिन इसमें विशेष यह है कि विशेष की ये राइटिंग स्पीड मिरर इमेज राइटिंग की है. जिसमें वो हनुमान चालीसा लेकर भगवद्गीता तक लिख चुके हैं और अब पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी लिख रहे हैं. विशेष सिर्फ हिंदी में ही नहीं, बल्कि संस्कृत, इंग्लिश और गणित को भी मिरर इमेज राइटिंग में लिखने का हुनर रखते हैं.
आहिस्ते-आहिस्ते वो इसमें परिपक्व हो गए - कला किसी की मोहताज नहीं होती, इस बात को साबित किया है मध्यमवर्ग परिवार से आने वाले विशेष गोल्या ने. यूं तो विशेष कंप्यूटर लाइन से जुड़े हैं. लेकिन उनमें एक विशेष खूबी भी है, जो प्रायः लोगों में देखने को नहीं मिलती है. विशेष सामान्य लेखनी की गति से मिरर इमेज में लिख लेते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में विशेष ने बताया कि स्कूल के समय जब होमवर्क किया करते थे तो ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठकर लिखते थे. ऐसे में आइने में जो शब्द नजर आते थे वो उन्हें आकर्षित करते थे.
धीरे-धीरे उन्होंने इसकी प्रैक्टिस शुरू की. पहले तो वो दोस्तों और परिजनों के नाम लिखा करते थे, लेकिन आहिस्ते-आहिस्ते वो इसमें परिपक्व हो गए. इसके बाद उन्होंने हनुमान चालीसा लिखी और वो भी महज 20 मिनट में. उनकी इस कला के बारे में जब उनके सगे संबंधियों को पता चला तो उन्होंने जमकर उनकी सराहना की. किसी के लिए ये अचरज का विषय था तो किसी की समझ से परे था.
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पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की लिख रहे जीवनी - अमूमन लोग मिरर इमेज राइटिंग को केवल एंबुलेंस पर ही देखते आए हैं. लेकिन विशेष गोल्या ने इसे अपनी लेखनी में साकार किया है. उन्होंने बताया कि जब वो छोटे थे, उन्हें यह तक नहीं पता था कि एंबुलेंस में भला उल्टा क्यों लिखा जाता है. लेकिन जब समझ बढ़ी तो उन्होंने इसे अपनी कला बना लिया. हनुमान चालीसा के बाद उन्होंने अक्षरधाम की शिक्षा पत्री के 108 श्लोक, हिंदी और संस्कृत में श्रीमद्भगवद्गीता लिखी और अब डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी अग्नि की उड़ान लिख रहे हैं. जिसे वो 80 फीसदी पूरी कर चुके हैं.
गिनीज बुक में दर्ज कराना है नाम - चूंकि हर एक जर्नी की डेस्टिनेशन होती है, विशेष ने अपनी डेस्टिनेशन बताते हुए कहा कि वो अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शुमार करना चाहते हैं. इसके लिए वो अपनी राइटिंग स्किल को गति देने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विभिन्न मंचों पर उन्हें सम्मानित किया गया, लोगों ने सराहना भी की. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कुछ फ्यूचर गोल भी सेट किए हैं. और जल्द ही लिम्का या फिर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए अप्लाई करेंगे.
इन भाषाओं में भी लिखते हैं विशेष - विशेष ने बताया कि हिंदी के अलावा वो संस्कृत, अंग्रेजी और मैथमेटिक में नंबर भी लिख लेते हैं. लेकिन उनकी ज्यादातर कॉपी हिंदी या संस्कृत में लिखी हुई है. उन्होंने कहा कि यदि कोई इस कला को सीखने में रुचि रखता है, तो निश्चित तौर पर वो उनकी भी मदद करेंगे.