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कोटपूतली: नए कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने के विरोध में गांव वालों का प्रदर्शन

जयपुर के कोटपूतली में सोमवार को नए कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने के विरोध में पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, रामस्वरूप कसाना और संघ परिवार से जुड़े संगठनों के नेता भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री और कोटपूतली विधायक राजेन्द्र यादव अपने निजी स्वार्थो की पूर्ति के लिए कॉलेज को पाथरेड़ी ले जाना चाह रहे हैं.

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कोटपूतली में हो रहा कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध
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Published : Dec 23, 2019, 11:16 PM IST

कोटपूतली (जयपुर). शहर के कोटपूतली में खुले नए कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध तूल पकड़ता जा रहा है. ये कृषि महाविद्यालय इसी साल खुला था और तात्कालिक व्यवस्था के तहत इसे गोनेड़ा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शुरू किया गया था. पहले ही साल इसकी सभी 60 सीटें भी भर गई थी. अब इसे स्थाई रूप से गोनेड़ा से पाथरेड़ी गांव में शिफ्ट किया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि पाथरेड़ी में कॉलेज के लिए लगभग 200 बीघा जमीन भी चिह्नित कर ली गई है. लेकिन, कॉलेज को स्थानांतरित करने की खबरों के बाद गोनेड़ा और आस-पास के ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.

कोटपूतली में हो रहा कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध

वहीं, पिछले कई दिन से कृषि विज्ञान केंद्र के बाहर कई गांवों के लोग धरने पर बैठे हैं. धरने में सोमवार को पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, रामस्वरूप कसाना और संघ परिवार से जुड़े संगठनों के नेताओं ने शामिल होकर विरोध को और तेज करने की बात कही. धरनार्थियों का आरोप है कि राज्यमंत्री और कोटपूतली विधायक राजेन्द्र यादव अपने निजी स्वार्थो की पूर्ति के लिए कॉलेज को पाथरेड़ी ले जाना चाह रहे हैं.

पढ़ें- LDC भर्ती- 208ः दस्तावेज के साथ ही अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक जांच भी

गांव वालों का कहना है पाथरेड़ी में मंत्रीजी की जमीन है और उसी का बाजार मूल्य बढ़ाने के लिए इस कॉलेज को शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि कॉलेज से जुड़े अधिकारी कैमरे पर आए बिना कहते हैं कि कॉलेज को शिफ्ट किये जाने की वजह जमीन की उपलब्धता है.

कृषि महाविद्यालय के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन चाहिए जो कि गोनेड़ा कृषि विज्ञान केंद्र के पास उपलब्ध नहीं है. वजह चाहे जो हो लेकिन अधिकारी सच बोल रहे हैं तो कमी कहीं न कही कम्युनिकेशन गैप की है. निश्चित रूप से ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना कॉलेज को शिफ्ट करना कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकता है.

कोटपूतली (जयपुर). शहर के कोटपूतली में खुले नए कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध तूल पकड़ता जा रहा है. ये कृषि महाविद्यालय इसी साल खुला था और तात्कालिक व्यवस्था के तहत इसे गोनेड़ा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शुरू किया गया था. पहले ही साल इसकी सभी 60 सीटें भी भर गई थी. अब इसे स्थाई रूप से गोनेड़ा से पाथरेड़ी गांव में शिफ्ट किया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि पाथरेड़ी में कॉलेज के लिए लगभग 200 बीघा जमीन भी चिह्नित कर ली गई है. लेकिन, कॉलेज को स्थानांतरित करने की खबरों के बाद गोनेड़ा और आस-पास के ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.

कोटपूतली में हो रहा कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध

वहीं, पिछले कई दिन से कृषि विज्ञान केंद्र के बाहर कई गांवों के लोग धरने पर बैठे हैं. धरने में सोमवार को पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, रामस्वरूप कसाना और संघ परिवार से जुड़े संगठनों के नेताओं ने शामिल होकर विरोध को और तेज करने की बात कही. धरनार्थियों का आरोप है कि राज्यमंत्री और कोटपूतली विधायक राजेन्द्र यादव अपने निजी स्वार्थो की पूर्ति के लिए कॉलेज को पाथरेड़ी ले जाना चाह रहे हैं.

पढ़ें- LDC भर्ती- 208ः दस्तावेज के साथ ही अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक जांच भी

गांव वालों का कहना है पाथरेड़ी में मंत्रीजी की जमीन है और उसी का बाजार मूल्य बढ़ाने के लिए इस कॉलेज को शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि कॉलेज से जुड़े अधिकारी कैमरे पर आए बिना कहते हैं कि कॉलेज को शिफ्ट किये जाने की वजह जमीन की उपलब्धता है.

कृषि महाविद्यालय के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन चाहिए जो कि गोनेड़ा कृषि विज्ञान केंद्र के पास उपलब्ध नहीं है. वजह चाहे जो हो लेकिन अधिकारी सच बोल रहे हैं तो कमी कहीं न कही कम्युनिकेशन गैप की है. निश्चित रूप से ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना कॉलेज को शिफ्ट करना कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकता है.

Intro:
कोटपूतली में नए खुले कृषि महाविद्यालय को शिफ्ट करने का विरोध तूल पकड़ता जा रहा है। ये कृषि महाविद्यालय इसी साल खुला था और तात्कालिक व्यवस्था के तहत इसे गोनेड़ा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शुरू किया गया था। पहले ही साल इसकी सभी 60 सीटें भी भर गई थी। अब इसे स्थाई रूप से गोनेड़ा से पाथरेड़ी गांव में शिफ्ट किया जा रहा है।


Body:बताया जा रहा है कि पाथरेड़ी में कॉलेज के लिए लगभग 200 बीघा जमीन भी चिह्नित कर ली गई है। लेकिन कॉलेज को स्थानांतरित करने की खबरों के बाद गोनेड़ा और आसपास के ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। पिछले कई दिन से कृषि विज्ञान केंद्र के बाहर कई गांवों के लोग धरने पर बैठे हैं। धरने में आज पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, रामस्वरूप कसाना और संघ परिवार से जुड़े संगठनों के नेताओं ने शामिल होकर विरोध को और तेज करने की बात कही। धरनार्थियों का आरोप है कि राज्यमंत्री और कोटपूतली विधायक राजेन्द्र यादव अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए कॉलेज को पाथरेड़ी ले जाना चाह रहे हैं।
Byte कर्मवीर बोकन, धरनार्थी

।Conclusion:गांव वालों का कहना है पाथरेड़ी में मंत्रीजी की जमीन है और उसी का बाजार मूल्य बढ़ाने के लिए इस कॉलेज को शिफ्ट किया जा रहा है। हालांकि कॉलेज से जुड़े अधिकारी कैमरे पर आए बिना कहते हैं कि कॉलेज को शिफ्ट किये जाने की वजह जमीन की उपलब्धता है। कृषि महाविद्यालय के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन चाहिए जो कि गोनेड़ा कृषि विज्ञान केंद्र के पास उपलब्ध नहीं है। वजह चाहे जो हो लेकिन अधिकारी सच बोल रहे हैं तो कमी कहीं न कही कम्युनिकेशन गैप की है। निश्चित रूप से ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना कॉलेज को शिफ्ट करना कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकता है।

मनोज सैनी, ई टीवी भारत, कोटपूतली
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