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दुष्कर्म पीड़िता नागौर से पहुंची जयपुर...पुलिस पर लगाए कार्रवाई नहीं करने के आरोप

नागौर में  नाबालिक बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पीड़िता न्याय की गुहार लेकर जयपुर पहुंची. जहां पीड़िता ने अपनी पीड़ा बताई और पुलिस पर कार्रवाई  न करने का आरोप लगाया.

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Published : Jun 19, 2019, 12:36 PM IST

पीड़िता मदद के लिए पहुंची जयपुर

जयपुर. नागौर के नावा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए जयपुर पहुंची. जहां नाबालिग पीड़िता ने जयपुर पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों को अपनी पीड़ा बताई. और पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया.

पीड़िता मदद के लिए पहुंची जयपुर

पीड़िता ने बताया कि पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए बयान बदलने का दबाव बना रही है. मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. वहीं आरोपियों की ओर से लगातार पीड़िता के परिजनों को धमकियां भी दी जा रही है. पीड़िता ने 15 अप्रैल को नावा थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था.

पीड़िता के थाने में कई चक्कर लगाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो रही है. पीड़िता ने बताया कि नावा के सांभर चौराहे पर स्थित शहीद भगत सिंह महाविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी. जहां कॉलेज निदेशक अनूप कुमार ने प्रैक्टिकल में अच्छे नंबर देने के बहाने से जोबनेर रोड पर ले जाकर होटल में पानी पीने के बहाने से रुका और अंदर ले जाकर पानी में ही नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया.फिर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और अश्लील वीडियो भी बना लिया.

इसके बाद आरोपी ने प्रैक्टिकल में फेल करने की धमकी दी. इसके बाद लगातार डरा धमका कर ज्यादती करते रहे. और निदेशक के अलावा कॉलेज के शिक्षकों ने भी सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया. आखिर में घर वालों ने हीं बच्ची की हालत देखकर उसकी समस्या पूछी तो पीड़िता ने डरते हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया.नाबालिक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले को लेकर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी न्याय की मांग की है.

वहीं रिटायर्ड सैनिक अधिकारियों ने बताया कि नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के 2 महीने बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. केवल एक आरोपी को 35 दिन बाद गिरफ्तार किया गया है. बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे है. दुष्कर्म के मामले में नावा पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए पीड़िता और परिजनों को गुमराह किया है. वहीं पुलिस द्वारा बार-बार बयान लेने और बयानों से पलटने की धमकी देने के कारण पीड़िता मानसिक रूप से परेशान हो रही है.

आखिर पीड़िता ने नावा पुलिस थाना अधिकारी से परेशान होकर इच्छामृत्यु की भी मांग की है।.नागौर एसपी के दखल के बाद दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था.भगत सिंह कॉलेज के निदेशक अनूप कुमार पर दुष्कर्म का आरोप है. दो अन्य शिक्षक राजेश कुमार और सुरेंद्र पर छेड़छाड़ का आरोप है.

पीड़िता के अनुसार शिक्षकों ने निदेशक के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला. दुष्कर्म का वीडियो बना कर आरोपी उसके साथ गलत हरकतें करते रहे.पुलिस पीड़िता पर बयान बदलने का दबाव बना रही है, और आरोपी पीड़िता के परिजनों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। इससे पीड़िता के परिजन भी डरे हुए हैं.

वहीं इस मामले को लेकर इंटरनेशनल गुर्जर महासभा ने राज्य सरकार से मांग की है कि पीड़िता और परिजनों की सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं. दुष्कर्म के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए.वरना महासभा प्रदेश भर में आंदोलन करेगी.पीड़िता के परिजनों की ओर से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, आईजी, पुलिस अधीक्षक नागौर, पुलिस उपाधीक्षक कुचामन और उपखंड अधिकारी नावा को भी मामले की शिकायत की गई है.

जयपुर. नागौर के नावा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए जयपुर पहुंची. जहां नाबालिग पीड़िता ने जयपुर पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों को अपनी पीड़ा बताई. और पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया.

पीड़िता मदद के लिए पहुंची जयपुर

पीड़िता ने बताया कि पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए बयान बदलने का दबाव बना रही है. मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. वहीं आरोपियों की ओर से लगातार पीड़िता के परिजनों को धमकियां भी दी जा रही है. पीड़िता ने 15 अप्रैल को नावा थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था.

पीड़िता के थाने में कई चक्कर लगाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो रही है. पीड़िता ने बताया कि नावा के सांभर चौराहे पर स्थित शहीद भगत सिंह महाविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी. जहां कॉलेज निदेशक अनूप कुमार ने प्रैक्टिकल में अच्छे नंबर देने के बहाने से जोबनेर रोड पर ले जाकर होटल में पानी पीने के बहाने से रुका और अंदर ले जाकर पानी में ही नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया.फिर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और अश्लील वीडियो भी बना लिया.

इसके बाद आरोपी ने प्रैक्टिकल में फेल करने की धमकी दी. इसके बाद लगातार डरा धमका कर ज्यादती करते रहे. और निदेशक के अलावा कॉलेज के शिक्षकों ने भी सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया. आखिर में घर वालों ने हीं बच्ची की हालत देखकर उसकी समस्या पूछी तो पीड़िता ने डरते हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया.नाबालिक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले को लेकर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी न्याय की मांग की है.

वहीं रिटायर्ड सैनिक अधिकारियों ने बताया कि नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के 2 महीने बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. केवल एक आरोपी को 35 दिन बाद गिरफ्तार किया गया है. बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे है. दुष्कर्म के मामले में नावा पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए पीड़िता और परिजनों को गुमराह किया है. वहीं पुलिस द्वारा बार-बार बयान लेने और बयानों से पलटने की धमकी देने के कारण पीड़िता मानसिक रूप से परेशान हो रही है.

आखिर पीड़िता ने नावा पुलिस थाना अधिकारी से परेशान होकर इच्छामृत्यु की भी मांग की है।.नागौर एसपी के दखल के बाद दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था.भगत सिंह कॉलेज के निदेशक अनूप कुमार पर दुष्कर्म का आरोप है. दो अन्य शिक्षक राजेश कुमार और सुरेंद्र पर छेड़छाड़ का आरोप है.

पीड़िता के अनुसार शिक्षकों ने निदेशक के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला. दुष्कर्म का वीडियो बना कर आरोपी उसके साथ गलत हरकतें करते रहे.पुलिस पीड़िता पर बयान बदलने का दबाव बना रही है, और आरोपी पीड़िता के परिजनों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। इससे पीड़िता के परिजन भी डरे हुए हैं.

वहीं इस मामले को लेकर इंटरनेशनल गुर्जर महासभा ने राज्य सरकार से मांग की है कि पीड़िता और परिजनों की सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं. दुष्कर्म के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए.वरना महासभा प्रदेश भर में आंदोलन करेगी.पीड़िता के परिजनों की ओर से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, आईजी, पुलिस अधीक्षक नागौर, पुलिस उपाधीक्षक कुचामन और उपखंड अधिकारी नावा को भी मामले की शिकायत की गई है.

Intro:जयपुर
एंकर- नागौर जिले के नावा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों नाबालिक बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए जयपुर पहुंची। जहां नाबालिग पीड़िता ने जयपुर पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों को अपनी पीड़ा बताई। और पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया।


Body:पीड़िता ने बताया कि पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए बयान बदलने का दबाव बना रही है। मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। वहीं आरोपियों की ओर से लगातार पीड़िता के परिजनों को धमकियां भी दी जा रही है। पीड़िता ने 15 अप्रैल को नावा थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। पीड़िता के थाने में कई चक्कर लगाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। पीड़िता ने बताया कि नावा के सांभर चौराहे पर स्थित शहीद भगत सिंह महाविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी। जहां कॉलेज निदेशक अनूप कुमार ने प्रैक्टिकल में अच्छे नंबर देने के बहाने से जोबनेर रोड पर ले जाकर होटल में पानी पीने के बहाने से रुका और अंदर ले जाकर पानी में ही नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। फिर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दीया और अश्लील वीडियो भी बना लिया। इसके बाद आरोपी ने प्रैक्टिकल में फेल करने की धमकी देते हुए किसी को भी बताने के लिए मना कर दिया। इसके बाद लगातार डरा धमका कर ज्यादती करते रहे। और निदेशक के अलावा कॉलेज के शिक्षकों ने भी सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया। आखिर में घर वालों ने हीं बच्ची की हालत देखकर उसकी समस्या पूछी तो पीड़िता ने डरते हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया।

नाबालिक बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले को लेकर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी न्याय की मांग की है।
पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उसके पक्ष में पहुचे रिटायर्ड सैनिक अधिकारियों ने बताया कि नागौर जिले के नावा पुलिस थाने में एक निजी कॉलेज में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के 2 महीने बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। केवल एक आरोपी को 35 दिन बाद गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे है। दुष्कर्म के मामले में नावा पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए पीड़िता और परिजनों को गुमराह किया है। पुलिस द्वारा बार-बार बयान लेने और बयानों से पलटने की धमकी देने के कारण पीड़िता मानसिक रूप से परेशान हो रही है। आखिर पीड़िता ने नावा पुलिस थाना अधिकारी से परेशान होकर इच्छामृत्यु की भी मांग की है। नागौर एसपी के दखल के बाद दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। भगत सिंह कॉलेज के निदेशक अनूप कुमार पर दुष्कर्म का आरोप है। दो अन्य शिक्षक राजेश कुमार और सुरेंद्र के पर आरोप है। पीड़िता के अनुसार शिक्षकों ने निदेशक के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। दुष्कर्म का वीडियो बना कर आरोपी उसके साथ गलत हरकतें करते रहे। पुलिस पीड़िता पर बयान बदलने का दबाव बना रही है, और आरोपी पीड़िता के परिजनों पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। इससे पीड़िता के परिजन भी डरे हुए हैं।

वहीं इस मामले को लेकर इंटरनेशनल गुर्जर महासभा ने राज्य सरकार से मांग की है कि पीड़िता और परिजनों की सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। दुष्कर्म के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। वरना महासभा प्रदेश भर में आंदोलन करेगी। पीड़िता के परिजनों की ओर से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, आईजी, पुलिस अधीक्षक नागौर, पुलिस उपाधीक्षक कुचामन और उपखंड अधिकारी नावा को भी मामले की शिकायत की गई है।

बाईट- पीड़िता
बाईट- डीएस गुर्जर, रिटायर्ड सैनिक अधिकारी









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