जयपुर. राजस्थान में अजय माकन को हटाकर सुखजिंदर सिंह रंधावा को प्रभारी बनाया गया. लेकिन सचिन पायलट के 11 अप्रैल के अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताने और पायलट पर कार्रवाई करने की बात कहने पर अब पायलट समर्थक रंधावा पर हमलावर हो गए हैं. यही कारण है कि राजस्थान कांग्रेस के विधायक और पायलट समर्थक वेद प्रकाश सोलंकी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन्हें प्रदेश की मौजूदा सियासी हालातों के बारे में बताया है. साथ ही सोलंकी ने राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष खड़गे से सियासी समन्वय स्थापित कराने का भी निवेदन किया है.
सोलंकी ने कहा कि उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने प्रदेश प्रभारी रंधावा के कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं. साथ ही कहा कि हमारे मौजूदा प्रभारी नेताओं के बीच तालमेल व समन्वय स्थापित करने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम विधायकों से फीडबैक लेने के बाद पेश आ रही समस्याओं का बिना लेट लतीफी किए निस्तारण होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है.
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ऐसे में आज राजस्थान में समन्वय स्थापित करने की सख्त जरूरत है. अगर समय रहते यह काम नहीं हुआ तो इसका नुकसान किसी व्यक्ति को नहीं होगा, बल्कि पूरी पार्टी को होगा. सोलंकी ने कहा कि उन्होंने पत्र के जरिए राष्ट्रीय अध्यक्ष से निवेदन किया है कि इस प्रकरण की जांच अपने हाथों में लें और राजस्थान की राजनीति में समन्वय स्थापित करने का प्रयास करें, ताकि पार्टी को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि एसी-एसटी से जुड़े मामले भी वो फीडबैक के दौरान रंधावा के समक्ष रखे थे.
हालांकि, तब सीएम अशोक गहलोत भी वहां मौजूद थे और उन्हीं के सामने वो सारी बातें रखते हुए कहे थे कि कुछ लोग पीछे से चुगली करते हैं. दुख की बात यह है कि जो बातें उन्होंने रंधावा के सामने रखी उनका निस्तारण होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आपको बता दें कि वेद प्रकाश सोलंकी ने 2 अप्रैल, 2018 को आंदोलन पर लगे मुकदमों को वापस लेने समेत परिसीमन में विधायकों की राय लेने और कांग्रेस के मूल वोट बैंक को साधने के लिए उनकी मांगे पूरी करने की बात रखी थी. लेकिन सोलंकी का कहना है कि प्रभारी को कहने के बावजूद उन मामलों में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.