जयपुर. प्रदेश में पेपर लीक की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. इसकी बानगी रविवार को एक बार फिर देखने को मिली. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से सीएचओ यानी कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर संविदा भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ था. लेकिन परीक्षा से ठीक दो घंटे पहले सोशल मीडिया पर पेपर लीक हो गया. इसके बाद रविवार की तरह ही सोमवार सुबह भी CHO पेपर को लेकर पसोपेश की स्थिति बनी रही. इस बीच बेरोजगार युवा कर्मचारी चयन बोर्ड के दफ्तर जा पहुंचे और अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा से मुलाकात की. इस दौरान राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने दावा किया कि उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष को CHO भर्ती परीक्षा की पेपर लीक से जुड़े सुबूत दिए हैं जिसके आधार पर बोर्ड की ओर से सोमवार को मामले को एसओजी को भेज दिया गया.
SOG को सौंपी जांच - रविवार को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा से जब ईटीवी भारत ने बातचीत की तो उन्होंने पेपर लीक की खबरों का खंडन किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि यह किसी गिरोह का संगठित प्रयास है जिससे दोबारा पेपर करवाया जाए. उन्होंने इस बात को निराधार बताते हुए कहा था कि अगर किसी छात्रा के पास पेपर आया था तो उसे तत्काल सुबह के वक्त ही एसओजी या फिर बोर्ड से संपर्क करना चाहिए था.
मामले में खुलासे की मांग - दोपहर दो बजे के बाद इस तरह की खबरों को निराधार ही माना जाएगा. वहीं बोर्ड अध्यक्ष से मुलाकात के बाद ईटीवी भारत से रूबरू हुए बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि सुबह 8:02 बजे पेपर आने के सुबूत कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष को सौंपा गया है. इसके बाद उनके कहने पर ही सभी बेरोजगार युवा उस छात्रा को लेकर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के कार्यालय पहुंचे हैं और अब इस मामले के खुलासे की मांग की जा रही है.
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इससे पहले उपेन यादव ने सीएम गहलोत से अपील की. उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगारों की तरफ से सरकार से मांग करते हैं कि एक खास मुहिम चलाकर पेपर लीक से जुड़े माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि बार-बार परीक्षाओं के पेपर लीक हो से युवा बेरोजगार दुखी व परेशान हैं. यादव ने आगे आरोप लगाया कि पेपर लीक माफिया सिस्टम में दीमक की तरह घुस गए हैं. सरकारी भर्ती परीक्षाओं को बचाने के लिए तत्काल राजपासा जैसे कानून के तहत कार्रवाई करने की जरूरत है. उपेन ने कहा कि आज तक पेपर लीक के मामले में किसी को भी कड़ी सजा नहीं हुई है. इससे बदमाशों के हौसले बुलंद हैं.
जानें पूरा मामला - झुंझुनू से जयपुर सीएचओ भर्ती परीक्षा देने आई एक छात्रा ने कहा कि रविवार सुबह 8 बजे वो होटल से शास्त्री नगर खंडेलवाल कॉलेज के लिए निकली थी. करीब 8 बजकर 45 मिनट पर वो परीक्षा केंद्र पहुंची. जहां उसने अपने मोबाइल फोन को परीक्षा केंद्र पर जमा करा दिया. इसके बाद 10:30 बजे परीक्षा शुरू होने का समय था. करीब एक घंटे पहले वो परीक्षा केंद्र पर पहुंची थी और दोपहर 12:30 बजे जब वो परीक्षा देकर बाहर निकली तो उसने देखा कि एक नंबर से व्हाट्सएप पर सुबह 8 बजकर 02 मिनट पर उसे कुछ सवालों की लिस्ट आई थी. जिसमें से ज्यादातर सवालों का मिलान किया गया तो वे सीएचओ भर्ती परीक्षा से जुड़े निकले. इस पर छात्रा ने दावा किया कि मोबाइल पर 100 से ज्यादा सवाल मिले थे, जिनमें से 80 प्रश्न हूबहू पर्चे में थे.