जयपुर. कहते हैं कि राजनीति में न कोई स्थाई दोस्त होता है और न ही कोई दुश्मन. वक्त के साथ रिश्तों का स्वरूप बदलता रहता है. कुछ इसी तरह के उदाहरण राजस्थान की सियासत में भी देखने को मिल रहा है. बीजेपी में कभी एक दूसरे के घूर विरोधी रहे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इन दिनों काफी नजदीक हैं. दोनों की नजदीकियां सियासी गलियारों में खासा चर्चा का विषय बना हुआ है. हाल ही में मंत्री शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बंगले पर एक घंटा मुलाकात की. इसके सियासी मायने निकाले जा रहे थे कि एक बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद दोनों का आपस में बातचीत करते हुए बैठक से बाहर आने की तस्वीरों ने चर्चाओं के बाजार को और गरमा दिया है.
मुस्कुराते हुए निकले बाहर : दरअसल बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जयपुर के एक होटल में कोर ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक ली. यह बैठक देर रात तक चली. बैठक समाप्त होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत एक साथ बाहर निकले. दोनों आपस में मुस्कुराते हुए बातचीत करते हुए बाहर निकले. वसुंधरा और शेखावत की नजदीकियां विधानसभा चुनाव के लिहाज से कई सियासी मयनों की ओर इशारा कर रही है. राजनीति के जानकार इस बात की ओर संकेत कर रहे हैं कि एक जमाने में कभी एक दूसरे के खिलाफ रहे दोनों नेता अब एक साथ आ गए हैं.
पिछले दिनों 13 नंबर के बंगले पर मिले थे दोनों दिग्गज नेता : बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और गजेंद्र सिंह शेखावत की पिछले दिनों राजे के 13 नंबर बंगले पर करीब 1 घंटे तक बैठक हुई थी. वसुंधरा राजे और गजेंद्र सिंह शेखावत के सियासी मतभेद किसी से छिपे हुए नहीं हैं. ऐसे में दोनों की बंगले पर 1 घंटे की मुलाकात के कई सियासी मायने राजनीतिक गलियारों में निकाले गए. सियासी गलियारों में यही चर्चाएं थी कि अचानक ऐसा क्या हुआ कि दो धुर विरोधी नेता एक साथ आ गए. कहा यह भी जा रहा था कि क्या विधानसभा चुनाव से पहले दोनों नेताओं में सुलह हो गई या फिर मोदी के दौरे से ठीक पहले पार्टी की ओर से भेजा गया था.
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स्पष्ट है सामूहिक नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव : गुरुवार को सुबह अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद एक बार फिर मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सामूहिक रूप से भाजपा आगामी चुनाव लड़ेगी. पहले से ही तय है और संकेत हैं कि सभी लोग सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कल सभी राजनीतिक विषयों पर चर्चा हुई है. मिशन 2023 मिल कर लड़ेंगे. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा बैठक के दौरान चुनाव किस दिशा में जा रहा है उस पर चर्चा हुई. राज्य सरकार की सारी विफलताओं पर चर्चा हुई. जो मुद्दे राजस्थान में है राजस्थान की जनता के सामने है. उसी पर चर्चा हुई और उन सबको शामिल करके किस तरीके से संचालित करके चुनाव में जाएंगे. हमारा मार्गदर्शन किया गया है, अब हम उसी लाइन पर आगे बढ़ेंगे. वहीं भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची कब तक आएगी इसपर शेखावत ने कहा कि इसकी जानकारी तो पार्टी के अधिकृत लोग ही दे सकते हैं.
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