जयपुर. नगर निगम में वार्डों के पुनः सीमांकन कर दो नगर निगम बनाने के सरकार के फैसले का बीजेपी ने विरोध किया. लेकिन अब बीजेपी दो नगर निगम को ध्यान में रखते हुए जयपुर शहर भाजपा इकाई को भी दो भागों में बांटने की तैयारी में है. जयपुर शहर भाजपा नेताओं की मांग पर पार्टी के भीतर इसकी कवायद शुरू कर दी गई है.
ऐसे तो जयपुर जिले की हो जाएंगी 4 इकाइयां
भाजपा संगठनात्मक ढांचे के तहत अभी जयपुर जिले को 3 इकाइयों में विभक्त किया गया है. जिसमें जयपुर शहर और जयपुर देहात उत्तर और दक्षिण शामिल है. हालांकि, कुछ महीने पहले तक केवल जयपुर जिले की 2 ही ईकाई थी. जिसमें जयपुर शहर और देहात शामिल था.
लेकिन देहात इकाई को पहले दो भागों में बांटा गया और अब जयपुर शहर इकाई को भी दो भागों में बांट कर एक और संगठनात्मक जिला तैयार करने की तैयारी है. पार्टी के भीतर चल रहे संगठनात्मक चुनाव के दौरान शहर से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने यह मांग पार्टी के समक्ष रखी थी, जिस पर चिंतन मनन जारी है.
खुद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया विकेंद्रीकरण को सही मानते हैं उसका लाभ होने की बात भी कहते हैं. उनके अनुसार संगठनात्मक रूप से जयपुर शहर बड़ा जिला है अगर इसे दो भागों में विभक्त कर दो प्रमुख लोगों की जिम्मेदारी मिलती है तो उसका फायदा ही होगा. हालांकि, उनके अनुसार पार्टी के भीतर इसका आकलन चल रहा है.
जयपुर शहर में तो भाजपा को मिलेगी सफलता-पूनिया
सतीश पूनिया जयपुर में 2 नगर निगम बनाने के निर्णय के पीछे सरकार की नीयत में खोट तो बताते है लेकिन उन्हें विकेंद्रीकरण का फायदा भी नजर आता है. उनके अनुसार सरकार ने पुर्नसीमांकन गलत नियत से किया है. लेकिन भाजपा के माहौल और कार्यकर्ताओं के मिजाज के आधार पर बीजेपी की जयपुर शहर में नगर निगम चुनाव में जीत तय है.
फिलहाल, जयपुर शहर में 2 नगर निगम के लिए नोटिफिकेशन तो निकल गया. लेकिन भाजपा में जयपुर शहर पार्टी इकाई को दो भागों में बांट कर नई इकाई बनाए का काम अभी बैठकों और चर्चाओं तक ही सीमित है. लेकिन पूनिया का बयान इसमें जल्द ही तेजी की ओर इशारा कर रहा है.