जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र सदन की कार्यवाही 25 जनवरी से आगामी 9 फरवरी तक स्थगित रहेगी, लेकिन इस बीच विधायकों को सत्र के दौरान मिलने वाला दैनिक भत्ता और टीडीए जारी रहेगा, वहीं भाजपा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने इस मामले में नेता प्रतिपक्ष को पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि, बीजेपी विधायकों का अलाउंस टिड्डी प्रभावित किसानों को दे दिया जाए.
अब इसी बीच परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, मैं बीजेपी विधायकों से कहना चाहूंगा कि, वह बकायदा विधानसभा अध्यक्ष को लिखकर दे की उनको यह भत्ता नहीं चाहिए. इस दौरान खाचरियावास ने उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर निशाना साधते हुए कहा कि, उन को शर्म आनी चाहिए कि विधानसभा में जो भी बातें उन्होंने कही उनके समय में जो हुआ वह गलत था. खाचरियावास ने कहा कि कैलाश मेघवाल ने कहा था कि, यह जो परंपरा डाली है, वह कांग्रेस ने नहीं वह भाजपा सरकार ने डाली है.
इस दौरान खाचरियावास ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, भाजपा पहले अपना घर संभाले, उनसे वसुंधरा राजे काबू नहीं हो रही है, इनमें कंपटीशन चल रहा है, और इस कंपटीशन में यह लोग आपस में बयानबाजी कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी बातें भी कर रहे हैं.
इसी के साथ खाचरियावास ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, बड़ी-बड़ी बातें करने से कोई नेता नहीं बन जाता है , बीजेपी हमेशा झूठ और धोखे की राजनीति करती है, और बीजेपी जब तक ऐसी राजनीति करेगी, उसको हार का परिणाम ही मिलेगा. खाचरियावास ने कहा कि निकाय चुनाव में भी भाजपा ने कहा था कि , वह 370 के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी , लेकिन वह हार गए, अब जिन मुद्दों पर बात कर रहे हैं, वह सब कुछ झूठ है.
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खाचरियावास ने कहा कि मान लो 10 फरवरी से विधानसभा चालू हो जाएगी और उसमें किसी को भत्ता मिल गया तो मिलने से कोई तूफान नहीं आ जाएगा. आप किसी जनप्रतिनिधि के घर जाकर उनकी स्थिति देखें, उनके घर के बाहर दरबार लगता है, और उनके खर्चे भी बहुत होते हैं. इस दौरान खाचरियावास ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा वाले एक जनप्रतिनिधि को बेवजह बदनाम कर रहे हैं.
खाचरियावास ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ बहुत बड़े बिजनेसमैन है, लेकिन उनके लिए पैसों का कोई महत्व नहीं रखता है, यदि उनको ऐसा लगता है तो, वह बीजेपी वालों से कहे कि वह अपना भत्ता विधानसभा अध्यक्ष को लिखित में दे कर जमा करवाएं.