जयपुर. सरिस्का में बाघ एसटी-16 की मौत का मामला अब मुख्यमंत्री स्तर तक पहुंच गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाघ एसटी-16 बाघ की मौत की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी बना दी है. मुख्यमंत्री गहलोत ने सरिस्का बाघ परियोजना में नर बाघ एसटी-16 की मौत के मामले में प्रशासनिक जांच के आदेश दिए है. प्रमुख शासन सचिव सहकारिता विभाग के अभय कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है.
मुख्यमंत्री ने 8 जून को हुई बाघ की मौत को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच करने और लापरवाह कार्मिकों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए है. वहीं जांच अधिकारी अपनी रिपोर्ट में सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का आंकलन और प्रबंधन व्यवस्था सहित विभिन्न सुविधाओं के सुधार पर भी सुझाव देंगे.
दरअसल, 8 जून को अलवर के सरिस्का में बाघ एसटी-16 की मौत हो गई थी. बताया जा रहा था कि बाघ की चोट लगने के कारण वन विभाग की टीम द्वारा ट्रेंकुलाइज किया गया था. जिसके बाद बाघ उठ ही नहीं पाया था. बाद में जब वन विभाग के कर्मचारियों ने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी.
इसकी सूचना के बाद वन्य जीव प्रेमियों ने घटना की निंदा की. साथ ही वन्यजीव प्रेमियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर लापरवाह अधिकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना था कि गर्मी में ट्रेंकुलाइज और ओवरडोज के कारण बाघ की मौत हुई थी.
अब इस पूरे मामले की जांच के लिए प्रशासनिक जांच कमेटी बना दी गई है. जो जल्द ही अपनी जांच पूरी करके रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देगी. उधर, दोषी डॉक्टर को भी निलंबित कर दिया गया है.