जयपुर (शाहपुरा). ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज के लिए प्रोफेसर की ओर से की गई अशोभनीय टिप्पणी के बाद जयपर में उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. टिप्पणी से नाराज़ अनुयायियों और ग्रामीणों ने शाहपुरा शहर के बाजार बंद रखकर, विरोध जताया और प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इस दौरान विरोध रैली निकालकर प्रोफेसर का पुतला भी जलाया गया.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने त्रिवेणीधाम के ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज के लिए अशोभनीय टिप्पणी की थी. साथ ही यूनिवर्सिटी की ओर से प्रकाशित पुस्तिका में भी महाराज की फोटो हटा दी गई थी. महाराज के अनुयायियों को जब इसकी जानकारी मिली तो उनमें रोष व्याप्त हो गया. जिसके बाद अनुयायियों ने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
वहीं मामले में अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में भारी रोष है. शाहपुरा शहर के लोगों और व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर अपना विरोध जताया. इस दौरान शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए विरोध रैली निकाली गई. रैली में अनुयायी प्रोफेसर के खिलाफ नारे लगाते चल रहे थे. इसके बाद शहर के पीपली तिराहे पर प्रोफेसर का पुतला जलाया गया. साथ ही सभा को वक्ताओं ने संबोधित किया.
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ग्रामीणों ने बताया कि शीघ्र ही प्रोफेसर को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई नहीं कि गई तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा. गौरतलब है कि ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज ने आध्यात्मिक, सामाजिक, शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में कई अनुकरणीय कार्य किए थे. संस्कृत यूनिवर्सिटी के निर्माण में महाराज श्री का अहम योगदान रहा है.