जयपुर. स्वाइन फ्लू के पिछले 4 साल के मार्च के आंकड़ों की बात की जाए तो इस साल मार्च में भी पिछले 4 साल का रिकॉर्ड टूटा है. स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या की बात की जाए तो राजस्थान प्रथम स्थान पर है.आंकड़ों की बात करें तो इस साल स्वाइन फ्लू ने 187 लोगों की जान ली.वहीं 4800 से अधिक मरीज पॉजिटिव पाए गए. खासकर जनवरी और फरवरी में इस बीमारी ने काफी आतंक मचा दिया था. लेकिन जैसे ही ठंडक कम हुई और मार्च शुरू हुआ तो पॉजिटिव केस और इस बीमारी से मौत के मामले में भी कमी आने लगी है.
आंकड़ों की बात की जाए तो साल 2016 में जहां 5 पॉजिटिव पाए गए तो 17 लोगों की मौत हुई थी.साल 2017 में 9 लोग पॉजिटिव पाए गए तो 49 लोगों की मौत हुई थी. इसी तरह 2018 में पॉजिटिव का आंकड़ा 211 था तो 19 लोगों की मौत हुई. 2019 के मार्च महिने की बात की जाए तो कुल 644 लोग पॉजिटिव पाए गए और 49 लोगों की मौत हो चूकी है.इसी के साथ पिछले 4 साल में मार्च की स्थिति देखी जाए तो इस बार मार्च का रिकॉर्ड भी टूट गया है और बड़ी संख्या में लोगों की मौत इस बीमारी से इस महिने में हुई है. चिकित्सा विभाग ने रोकथाम के कई दावे किए,लेकिन यह दावे कागजी ही साबित हुए और सरकार पूरी तरह इस बीमारी को रोकने में विफल रही.
मार्च में आंकड़ा यह रहा
साल पॉजिटिव मौत
2016 5 17
2017 9 39
2018 211 19
2019 644 49
वहीं सर्वाधिक मौत की बात की जाए तो जोधपुर में 34 जयपुर में 17 बाड़मेर में 16 कोटा में 14 उदयपुर में 11 और चूरू में मार्च माह में 10 लोगों की मौत इस बीमारी के चलते हो चुकी है.