जयपुर. अलवर में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार पहले से ही विपक्ष के निशाने पर थी. अब बीजेपी नेता और पूर्व राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि अलवर गैंगरेप मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट के बायलॉज की अवहेलना कर रही है. दिल्ली में निर्भया केस के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं के लिए जो बायलॉज बनाए थे, उसके तहत महिला पुलिस अधिकारी से मामले की जांच कराने के निर्देश हैं. लेकिन अलवर मामले में जो जांच अधिकारियों में पुरुष अधिकारी होने की वजह से पीड़िता अपने दर्द को एक पुरूष पुलिस अधिकारी के सामने कैसे बयां करें. वहां अधिकारी के रूप में एक महिला का होना अधिक उचित रहता.
सुमन शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 5 महीने की गहलोत सरकार में 46 से अधिक गंभीर वारदातों के मामले सामने आ चुके हैं. इसमें 12 गैंगरेप, 20 बलात्कार, 8 मासूम बच्चों के साथ रेप जैसी घटनाएं भी शामिल है. इतना ही नहीं खुद सीएम गहलोत के गृह जिले जोधपुर में स्कूल टीचर के साथ में एसिड अटैक होता है, जिससे साफ पता चलता है कि राजस्थान में अपराध को लेकर हाहाकार हो रखा है.
सुमन शर्मा ने बताया कि सरकार सिर्फ फोटो शूट करने में लगी है. बीजेपी ने कांग्रेस शासन की 5 महीने की महिला अत्याचार की घटनाओं की एक रिपोर्ट तैयार कर राज्यपाल को भी सौंपी है. जिसमें बताया गया कि किस तरीके से प्रदेश में पिछले 5 महीने में महिलाओं के साथ में गैंगरेप और दुष्कर्म जैसी घटनाएं हुई. राहुल गांधी के ऊपर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि राहुल गांधी एक पीड़िता से तो मिलने आते हैं, लेकिन उससे चार कदम दूर एक दूसरे पीड़ित परिवार से नहीं मिलते हैं, जबकि वह परिवार लगातार चीख-चीख राहुल गांधी से मुलाकात करने की मांग करता रहा. साथ ही शर्मा ने कहा कि नैतिकता के आधार पर ही सही सीएम गहलोत को इस्तीफा देना चाहिए.