जयपुर. राजस्थान की राजनीती में राम-रावण को लेकर चल रही बयानबाजी में अब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी कूद पड़े हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस गरीब को सहायता देने का काम कर रही है. राम की हमेशा गरीब के हित की सोच रही है, जबकि रावण की सोच गरीब को दबाने की रही है. कांग्रेस महंगाई राहत शिविर लगाकर जरूरतमंदों और गरीबों को राहत देने का काम कर रही है, जबकि भाजपा इनका विरोध कर अपनी गरीब विरोधी सोच प्रकट कर रही है.
जयपुर एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने यह बात कही है. वहीं, दिल्ली रवाना होने से पहले रंधावा ने तीन सह प्रभारियों के कार्य का विभाजन करते हुए हर सह प्रभारी को 11-11 जिलों की जिम्मेदारी दी है. रंधावा ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा महंगाई राहत शिविर लगाकर गरीबों को राहत दी जा रही है. इन शिविरों की सफलता को भाजपा पचा नहीं पा रही है. इन शिविरों की सफलता देखकर भाजपा के नेता बौखला गए हैं. इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि क्या गरीब को महंगाई से राहत देना समय की बर्बादी है. क्या गरीब को सस्ता गैस सिलेंडर, 100 यूनिट मुफ्त बिजली, राशन किट, 25 लाख रुपए तक का बीमा देना फिजूल का काम है. फिजूल का काम तो भाजपा वाले कर रहे हैं, जनाक्रोश रैली के नाम पर. वे महंगाई राहत शिविरों की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं. इसलिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं.
राजस्थान में सरकार होगी रिपीट, कर्नाटक में भी मिलेगी सत्ता : एक सवाल के जवाब में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि राजस्थान में जनता का माहौल कांग्रेस के पक्ष में है. पार्टी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगे आकार मेहनत कर रहे हैं. इससे साफ है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी माहौल कांग्रेस के पक्ष में है. इसका असर भाजपा नेताओं की बौखलाहट के रूप में देखा जा रहा है.
नेताओं से मिलता हूं, कार्यकर्ताओं की भी सुनता हूं : सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी के नेताओं से मुलाकात के सवाल पर कहा कि मैं जितना नेताओं से मिलता हूं, उससे ज्यादा कार्यकर्ताओं की सुनता हूं. यह अच्छी बात है कि कार्यकर्ता आगे आकार अपनी बात कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के आगे आने से साफ है कि प्रदेश में कांग्रेस के समर्थन में माहौल है. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी.
सह प्रभारियों को जिलों की दी जिम्मेदारी : रविवार को दिल्ली रवाना होने से पहले सुखजिंदर रंधावा ने तीनों सह प्रभारियों के काम का बंटवारा करते हुए हर सह प्रभारी को 11-11 जिलों की जिम्मेदारी दी है. सह प्रभारी अमृता धवन को जयपुर, अलवर, सीकर, दौसा, करौली, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा की जिम्मेदारी दी गई है. जबकि काजी निजामुद्दीन को उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जालोर, सिरोही, प्रतापगढ़, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़, झालावाड़ और राजसमंद की जिम्मेदारी दी है. इसी प्रकार वीरेंद्र सिंह राठौड़ को गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, झुंझुनू, चूरू, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और पाली की जिम्मेदारी दी गई है.