जयपुर. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्याकांड के दौरान गोली लगने से घायल हुए गोगामेड़ी के निजी सुरक्षाकर्मी अजीत सिंह की मंगलवार रात को एसएमएस में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद बुधवार सुबह परिजनों ने राजपूत समाज के लोगों के साथ SMS अस्पताल में मोर्चरी के बाहर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान परिजनों की प्रशासन से वार्ता सफल होने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सहमति बनी. परिजनों की मांग थी कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, रोहित गोदारा समेत अन्य बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और मामले की NIA से जांच करवाई जाए. सभी मांगों पर सहमति बनने के बाद मृतक अजीत सिंह का पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया.
परिजनों ने प्रशासन से रखी ये मांगें : परिजनों ने गोगामेड़ी को सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाने के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है. मृतक अजीत सिंह के परिजनों को 5 करोड़ रुपए आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी की मांग की गई. अजीत सिंह के पिता कैंसर से पीड़ित थे, उनका सरकार की ओर से नि:शुल्क इलाज करवाने की भी मांग परिजनों की ओर से रखी गई. अजीत सिंह की दोनों बेटियों की पढ़ाई का खर्चा सरकार की ओर से वहन करने की मांग की गई. इस दौरान भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़, जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ से वार्ता के बाद परिजनों की मांगों पर सहमति बनी. सभी मांगों पर सहमति बनने के बाद मृतक अजीत सिंह का पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया.
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बता दें कि 5 दिसंबर को श्याम नगर इलाके में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई थी. शूटर्स ने गोगामेड़ी के साथ उनके सुरक्षाकर्मी अजीत सिंह और अन्य युवक नवीन सिंह शेखावत पर फायरिंग की थी. गोगामेड़ी और नवीन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी. घायल सुरक्षाकर्मी अजीत सिंह का सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज चल रहा था, जिनकी मंगलवार रात को मौत हो गई. वारदात के बाद शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ फरार हो गए थे. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दोनों शूटर्स समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.