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छात्रसंघ चुनाव 2019 : महारानी कॉलेज से निकली छात्रा पूजा वर्मा बनी आरयू अध्यक्ष

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Published : Aug 29, 2019, 1:29 AM IST

आरयू के कैंपस में इस बार बेटियों ने अपनी जगह बनाई है. अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याक्षी पूजा वर्मा, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीना और संयुक्त सचिव पर एबीवीपी की किरण मीणा ने जीत हासिल की है. जीत की घोषणा के बाद कुलपति आरके कोठारी ने सभी को एडम ब्लॉक में शपथ दिलवाई.

RU Students' Union Election, आरयू छात्रसंघ चुनाव

जयपुर. छात्रसंघ चुनाव 2019 में राजस्थान विश्विद्यालय को इस बार कैंपस किंग नहीं कैंपस क्वीन मिली है. आरयू की कैंपस क्वीन पूजा वर्मा बतौर अध्यक्ष चुनी गई है. बता दें कि आरयू में 36 छात्रसंघ अध्यक्ष बन चुके हैं. वहीं 2012-13 में पहली महिला प्रत्याशी प्रभा चौधरी जीती थी. वहीं ये दूसरा मौका है जब किसी महिला ने जीत हासिल की है.

महारानी कॉलेज से निकली छात्रा बनी RU अध्यक्ष

इसी के साथ इस बार के पैनल में भी बेटियों ने अपनी जगह बनाई है. अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याक्षी पूजा वर्मा, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीना और संयुक्त सचिव पर एबीवीपी की किरण मीना ने जीत हासिल की है. आरयू के पूरे पैनल की घोषणा के बाद कुलपति आरके कोठारी ने सभी को एडम ब्लॉक में शपथ दिलवाई. इसी बीच अध्यक्ष पूजा वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

एनएसयूआई संगठन से बागी होकर पूजा बनी अध्यक्ष

अध्यक्ष बनी पूजा वर्मा एनएसयूआई संगठन से इस बार अध्यक्ष पद का टिकट मांग रही थी लेकिन संगठन ने जाटों को साधने के लिए उत्तम चौधरी को टिकट दिया.जिसके बाद पूजा ने संगठन से बागी होकर चुनाव लड़ा. पूजा की जीत के बाद सवाल किया गया कि क्या वे एनएसयूआई संगठन में शामिल होगी, तो पूजा ने कहा फिलहाल विचार नहीं किया है, लेकिन संगठन ने मेरी योग्यता को नकारा है इसलिए संगठन में शायद ही जाऊं.

पढ़ें- राजस्थान में 1 सितंबर से लागू होगी 'आयुष्मान भारत योजना', सीएम ने की घोषणा

75 साल के बाद महारानी की बनी कैंपस क्वीन

राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला मौका है जब 75 साल पुराने महारानी कॉलेज में स्नातक की डिग्री लेने के बाद कोई छात्रा विश्वविद्यालय अपेक्स अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजय हुई है. राजस्थान विश्वविद्यालय के 72 साल में दूसरी बार महिला प्रत्याशी के रूप में जहां विजय प्राप्त की है. वहीं लगातार दूसरे साल अनुसूचित जाति का कोई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुना गया है.

पढ़ें- बांसवाड़ा : बोलेरो की चपेट में आने से बाइक सवार पिता-पुत्र की मौत, दो बच्चे गंभीर

ये होंगे मुख्य मुद्दे

अध्यक्ष पूजा वर्मा ने शपथ लेते ही 4 सितंबर को होने वाली एमपेट परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की बात कुलपति आरके कोठारी के सामने रखी. कुलपति ने कहा कि कन्वीनर दीपक भटनागर से बातचीत कर फैसला लिया जाएगा. पूजा ने कहा कि बंद पड़ी मॉडर्न लाइब्रेरी को चालू करवाने के साथ महिला छात्रावास में खाने समस्या को दूर किया जाएगा.

पढ़ें- बांसवाड़ा : 10 हजार की रिश्वत लेते ACB ने चौकी इंचार्ज को दबोचा

जातिवाद के लगे आरोप

अध्यक्ष पद पर जीती पूजा वर्मा को लेकर दोनों संगठनों के प्रत्याक्षी अमित बड़बड़वाल और उत्तम चौधरी ने जातिवाद का आरोप लगाया. जिसको लेकर पूजा ने कहा कि सर्व समाज का साथ मिला है इसलिए वह अध्यक्ष बनी हैं.

जयपुर. छात्रसंघ चुनाव 2019 में राजस्थान विश्विद्यालय को इस बार कैंपस किंग नहीं कैंपस क्वीन मिली है. आरयू की कैंपस क्वीन पूजा वर्मा बतौर अध्यक्ष चुनी गई है. बता दें कि आरयू में 36 छात्रसंघ अध्यक्ष बन चुके हैं. वहीं 2012-13 में पहली महिला प्रत्याशी प्रभा चौधरी जीती थी. वहीं ये दूसरा मौका है जब किसी महिला ने जीत हासिल की है.

महारानी कॉलेज से निकली छात्रा बनी RU अध्यक्ष

इसी के साथ इस बार के पैनल में भी बेटियों ने अपनी जगह बनाई है. अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याक्षी पूजा वर्मा, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीना और संयुक्त सचिव पर एबीवीपी की किरण मीना ने जीत हासिल की है. आरयू के पूरे पैनल की घोषणा के बाद कुलपति आरके कोठारी ने सभी को एडम ब्लॉक में शपथ दिलवाई. इसी बीच अध्यक्ष पूजा वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

एनएसयूआई संगठन से बागी होकर पूजा बनी अध्यक्ष

अध्यक्ष बनी पूजा वर्मा एनएसयूआई संगठन से इस बार अध्यक्ष पद का टिकट मांग रही थी लेकिन संगठन ने जाटों को साधने के लिए उत्तम चौधरी को टिकट दिया.जिसके बाद पूजा ने संगठन से बागी होकर चुनाव लड़ा. पूजा की जीत के बाद सवाल किया गया कि क्या वे एनएसयूआई संगठन में शामिल होगी, तो पूजा ने कहा फिलहाल विचार नहीं किया है, लेकिन संगठन ने मेरी योग्यता को नकारा है इसलिए संगठन में शायद ही जाऊं.

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75 साल के बाद महारानी की बनी कैंपस क्वीन

राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला मौका है जब 75 साल पुराने महारानी कॉलेज में स्नातक की डिग्री लेने के बाद कोई छात्रा विश्वविद्यालय अपेक्स अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजय हुई है. राजस्थान विश्वविद्यालय के 72 साल में दूसरी बार महिला प्रत्याशी के रूप में जहां विजय प्राप्त की है. वहीं लगातार दूसरे साल अनुसूचित जाति का कोई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुना गया है.

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ये होंगे मुख्य मुद्दे

अध्यक्ष पूजा वर्मा ने शपथ लेते ही 4 सितंबर को होने वाली एमपेट परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की बात कुलपति आरके कोठारी के सामने रखी. कुलपति ने कहा कि कन्वीनर दीपक भटनागर से बातचीत कर फैसला लिया जाएगा. पूजा ने कहा कि बंद पड़ी मॉडर्न लाइब्रेरी को चालू करवाने के साथ महिला छात्रावास में खाने समस्या को दूर किया जाएगा.

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जातिवाद के लगे आरोप

अध्यक्ष पद पर जीती पूजा वर्मा को लेकर दोनों संगठनों के प्रत्याक्षी अमित बड़बड़वाल और उत्तम चौधरी ने जातिवाद का आरोप लगाया. जिसको लेकर पूजा ने कहा कि सर्व समाज का साथ मिला है इसलिए वह अध्यक्ष बनी हैं.

Intro:जयपुर- इस बार छात्रसंघ चुनाव 2019 में राजस्थान विश्विद्यालय को कैंपस किंग नहीं कैंपस क्वीन मिली है। आरयू की कैंपस क्वीन पूजा वर्मा अध्यक्ष बनी है। आरयू में 36 छात्रसंघ अध्यक्ष बन चुके है वही 2012-13 में प्रभा चौधरी पहली महिला प्रत्याक्षी जीती थी वही ये दूसरा मौका है जब महिला ने जीत हासिल की है। इसी के साथ इस बार के पैनल में भी बेटियों ने अपनी जगह बनाई है। अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याक्षी पूजा वर्मा, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीना और संयुक्त सचिव पर एबीवीपी की किरण मीना ने जीत हासिल की है। आरयू के पूरे पैनल की घोषणा के बाद कुलपति आरके कोठारी ने सभी को एडम ब्लॉक में शपथ दिलवाई। इसी बीच अध्यक्ष पूजा वर्मा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की।


Body:एनएसयूआई संगठन से हुयु बागी पूजा बनी अध्यक्ष
अध्यक्ष बनी पूजा वर्मा एनएसयूआई संगठन से इस बार अध्यक्ष पद का टिकट मांग रही थी लेकिन संगठन ने जाटों को साधने के लिए उत्तम चौधरी को टिकट दिया जिसके बाद पूजा ने संगठन से बागी होकर चुनाव लड़ा। पूजा की जीत के बाद सवाल किया गया कि क्या वे एनएसयूआई संगठन में शामिल होगी, तो पूजा ने कहा फिलहाल विचार नहीं किया है लेकिन संगठन ने मेरी योग्यता को नकारा है इसलिए संगठन में शायद ही जाऊं।

75 साल के बाद महारानी की बनी कैंपस क्वीन
राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहला मौका है जब 75 साल पुराने महारानी कॉलेज में स्नातक की डिग्री लेने के बाद कोई छात्रा विश्वविद्यालय अपेक्स अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजय हुई है। राजस्थान विश्वविद्यालय के 72 साल में दूसरी बार महिला प्रत्याशी के रूप में जहां विजय प्राप्त की है वही लगातार दूसरे साल अनुसूचित जाति का कोई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुना गया है।

ये रहेंगे मुद्दे
अध्यक्ष पूजा वर्मा ने शपथ लेते ही 4 सितंबर को होने वाली एम्पेट परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की बात कुलपति आरके कोठारी के सामने रखी। कुलपति ने कहा कन्वीनर दीपक भटनागर ने बातचीत कर फैसला लिया जाएगा। पूजा ने कहा कि बंद पड़ी मॉडर्न लाइब्रेरी को चालू करवाने के साथ महिला छात्रावास में खाने समस्या को दूर किया जाएगा।

जातिवाद के लगे आरोप
अध्यक्ष पद पर जीती पूजा वर्मा को लेकर दोनों संगठनों के प्रत्याक्षी अमित बड़बड़वाल और उत्तम चौधरी ने जातिवाद का आरोप लगाया। जिसको लेकर पूजा ने कहा कि सर्व समाज का साथ मिला है इसलिए अध्यक्ष बनी हूँ।


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