बगरू (जयपुर). कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश को 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान सभाओं और समारोह, जिनमें अधिक संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं, प्रतिबंधित किया गया है. ऐसे में 8 से 10 अप्रैल को आयोजित होने वाले श्री जुगल दरबार का तीन दिवसीय मेला पहली बार नहीं लग पाएगा.
पुरातन परंपरा के अनुसार जयपुर के बगरू में श्री जुगल दरबार का मेला आयोजित किया जाता है. चैत्र माह की पूर्णिमा से भगवान राम के षष्ठी उत्सव के रूप में इस मेले का आयोजन किया जाता है. लॉकडाउन की वजह से पहली बार इस श्रीजुगल जी का दरबार भक्तों के बिना सूना रहेगा.
450 सालों से चली आ रही परंपरा
बताया जाता है कि यहां भगवान राम के षष्ठी उत्सव के रूप में मनाए जाने की परंपरा 450 सालों से चली आ रही है. इस तीन दिवसीय मेले में आसपास के क्षेत्र के भारी संक्या में ग्रामीण पहुंचते हैं और जुगल दरबार के सामने अपना शीश झुकाते हैं. साथ ही श्री जुगल दरबार को जलेबी का भोग चढ़ाकर सुख समृद्धि की कामना करते हैं. वहीं इस मेले में दूरदराज के क्षेत्रों से व्यापारी भी पहुंचते हैं.
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इस बार लॉकडाउन के कारण बगरू कस्बा सूनसान पड़ा है. श्री जुगल दरबार मेला समिति के महामंत्री सतीश भारद्वाज ने बताया कि मेले को लेकर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. सरकार के आदेशों अनुसार मेले को स्थगित किया गया है. साथ ही किसी प्रकार की शोभायात्रा नहीं निकाली जायेगी.