जयपुर. डॉक्टर्स डे के मौके पर राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां इलाज के बाद ठीक हुए मरीजों ने अपने अनुभव यहां भर्ती मरीजों से साझा किए. यह कार्यक्रम अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग की ओर से आयोजित किया गया था. अलवर निवासी अकबर का कहना है कि जब उसे ब्रेन ट्यूमर हुआ तो उसने जीने की आस छोड़ दी थी.
इलाज के लिए वह कई जगह घूमा, लेकिन आखिरकार जब वह सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचा तो उसे जीने की एक उम्मीद की किरण दिखाई थी और यह किरण दिखाई एसएमएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र पुरोहित ने. कुछ ऐसी ही कहानी है अस्पताल से ठीक हो कर गए अशोक कुमार की. उनका कहना था कि जब उन्हें बीमारी का पता चला तो काफी हताश हो गए थे.
क्योंकि, घर का खर्च चलाने वाले वह घर में इकलौते इंसान थे, लेकिन एसएमएस हॉस्पिटल ने उन्हें नई जिंदगी दी है. डॉक्टर्स डे पर सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में बीमारी से जंग जीतने वाले मरीजों को बुलाया गया. ताकि वे अस्पताल में भर्ती मरीजों को हौंसला बंधा सकें.
नॉलेज : डॉ. बीसी राय की याद में मनाते हैं डॉक्टर्स डे
दरअसल, डॉक्टर्स डे बंगाल के दूसरे सीएम डॉक्टर बीसी राय की याद में मनाया जाता है. डॉक्टर रॉय को चिकित्सा और राजनीतिक क्षेत्र में बेहतर काम करने के कारण भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था.