जयपुर. राजस्थान में पेपर लीक मामले में एसओजी की ताबड़तोड़ कार्रवाई देखने को मिल रही है. एसओजी एक के बाद एक वांछित आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है. एसओजी की टीम ने सोमवार को पेपर लीक प्रकरण में वांछित और वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हरियाणा निवासी आरोपी सचिन और दौसा निवासी रामहंस मीणा को गिरफ्तार किया है.
15-15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी का सौदा : एसओजी के एडीजी के मुताबिक कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर लीक प्रकरण में वांछित आरोपी हरियाणा निवासी सचिन को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा 2022 में डमी परीक्षार्थी को बैठाने के मामले में दौसा निवासी रामहंस मीणा को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी सचिन ने वर्ष 2020 में कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा में पहले गिरफ्तार हो चुके आरोपी पंकज बगड़िया से परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध करवाने के नाम पर 15-15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी का सौदा तय किया था.
आरोपी रामहंस मीणा ने परीक्षार्थी सत्य प्रकाश मीणा के स्थान पर डमी अभ्यर्थियों को बैठा कर सामान्य ज्ञान और विज्ञान विषय की परीक्षा दिलवाई थी. इस काम के लिए आरोपी ने अभ्यर्थी से 22 लाख रुपए में सौदा तय किया था. परीक्षा में सत्यप्रकाश मीणा वरिष्ठ अध्यापक के पद पर चयनित भी हो गया था, लेकिन एसओजी की जांच पड़ताल में पूरा खुलासा हो गया.
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एसओजी के अनुसंधान में सामने आया है कि आरोपी अब तक 17 लाख रुपए प्राप्त कर चुका था. गिरफ्तार आरोपियों से अन्य आरोपियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. पेपर लीक और डमी परीक्षार्थी बैठाने के मामले में एसओजी अब तक 28 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, दोनों मामलों में वांछित आरोपियों की तलाश की जा रही है.