जयपुर. पांच साल पहले हुई राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2018 की ओएमआर शीट में कांट-छांट करने के मामले में एसओजी ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, मुंबई के रीजनल मैनेजर सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सोमवार को उन्हें एसओजी ने कोर्ट में पेश किया है.
इन्हें किया गिरफ्तार : एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2018 की ओएमआर शीट में कांट-छांट के मामले में एसओजी के थाने में साल 2021 में एक मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच में आपराधिक भूमिका सामने आने पर सौरभ कुमार सिंह, वरुणेश पुरी, पंकज सैनी, सुफीयान और राजकुमार सिंह को सोमवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. इनमें सौरभ कुमार सिंह मूलतः झारखंड के धनबाद इलाके का रहने वाला है और वर्तमान में प्रताप नगर में रहता है. वह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का रीजनल मैनेजर है.
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बाकी चार आरोपी अलग-अलग प्रदेशों के : उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार वरुणेश पुरी नई दिल्ली की विकासपुरी इलाके का रहने वाला है, जबकि पंकज सैनी पंजाब के मोहाली जिले के नयागांव का रहने वाला है. सुफीयान महाराष्ट्र के ठाणे का और राजकुमार सिंह उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है. इन सभी की ओएमआर शीट में कांट-छांट मामले में आपराधिक भूमिका सामने आने पर इन्हें गिरफ्तार किया गया है.
कोर्ट के आदेश पर ओएमआर शीट की दोबारा जांच : एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ के अनुसार, बारां और बूंदी जिले की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2018 के संबंध में सिविल रिट पर राजस्थान हाईकोर्ट ने सभी अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की दोबारा जांच करने और अनियमितता सामने आने पर दोबारा परिणाम जारी करने का आदेश दिया था. इस पर साल 2021 में सभी अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की दोबारा जांच करवाई गई.
दस अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट में गड़बड़ी : अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की दोबारा जांच करवाने पर बारां जिले के 6 और बूंदी जिले के 4 अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट में कांट-छांट होने की बात सामने आई थी. इस पर एसओजी ने साल 2021 में एसओजी थाने में मुकदमा संख्या 4 दर्ज किया था. पहले भी इस मामले में गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. अब आपराधिक साजिश सामने आने पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.