जयपुर. राजधानी जयपुर में मोबाइल और चेन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों पर लगातार शिकंजा कसते हुए उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है. इसके बाद भी ऐसी घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने में पुलिस को खास सफलता नहीं मिल पा रही है. इसे देखते हुए पुलिस आयुक्तालय ने सभी थानों के थानाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है, अब कहीं पर भी मोबाइल या चेन स्नेचिंग की वारदात होने पर संबंधित थाने के थानाधिकारी को खुद मौके पर पहुंचना होगा.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि अब शहर में कहीं पर भी मोबाइल और चेन स्नेचिंग की वारदात सामने आने पर खुद थानाधिकारी को मौके पर पहुंचना होगा. साथ ही पूरे मामले की प्रभावी जांच सुनिश्चित करनी होगी, ताकि ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाश जल्द पकड़े जाएं और इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके. अब तक ऐसी वारदात की सूचना मिलने पर थाने की चेतक गाड़ी मौके पर पहुंचती है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी डीसीपी और थानाधिकारियों को लिखित आदेश जारी किए गए हैं.
पति-बच्चे के साथ जा रही महिला की चेन खींची : राजधानी जयपुर के मुरलीपुरा थाने इलाके में 8 मई को अपने पति और बच्चे के साथ बाइक पर सामान लेने जा रही महिला के गले से बाइक सवार दो बदमाश चेन खींचकर ले गए. महिला के पति सत्येंद्र जैन ने मुरलीपुरा थाने में इस घटना को लेकर मामला दर्ज करवाया है. रिपोर्ट में बताया कि वारदात के बाद पीड़ित ने बदमाशों का पीछा भी किया लेकिन, वे तेज रफ्तार में गाड़ी भगाकर ले गए.
राजस्थान से जामताड़ा-बांग्लादेश तक फैला नेटवर्क : राजधानी जयपुर में कई मोबाइल-चेन स्नेचर्स गैंग एक्टिव हैं. इसके अलावा कई बाहरी गैंग के बदमाश भी जयपुर आकार चेन और मोबाइल स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देते हैं. पिछले दिनों पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये बदमाश मोबाइल को झारखंड के जामताड़ा और बांग्लादेश बॉर्डर पर ले जाकर बेच देते हैं.