जयपुर. शिक्षा विभाग में बड़े स्तर पर हुए तबादलों के बाद कई शिक्षक नाराज है तो कई अपने ट्रांसफर रुकवाने की प्रक्रिया में जुट चुके है. कई ऐसे शिक्षक भी है जिनके ट्रांसफर से विद्यार्थी खुश नहीं है. ऐसा ही मामला बस्सी के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में देखने को मिला. यहां पर बायोलॉजी अध्यापक का ट्रांसफर हो जाने से खफा स्कूल के बालक-बालिकाओं ने मंगलवार को सुबह स्कूल पहुंचकर मुख्य गेट को ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.
हालांकि बाद में स्कूल के अध्यापकों के पहुंचने पर बच्चों को समझाइश कर स्कूल के मुख्य द्वार का गेट खुलवाया. उसके बाद किसी भी उच्च प्रशासनिक अधिकारी के स्कूल में नहीं पहुंचने पर बच्चों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को अध्यापक के ट्रांसफर रुकवाने के लिये ज्ञापन सौंपा गया.
जानकारी के अनुसार मनोहरपुरा बस्सी निवासी प्रहलाद लाल मीना स्कूल में बायोलॉजी विषय के व्याख्याता पद पर कार्यरत थे. हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से किए गए ट्रांसफर में उनका ट्रांसफर बस्सी स्कूल से डूंगरपुर जिले में कर दिया गया. स्कूल के बालक-बालिकाओं को जब अपने गुरुजी के ट्रांसफर की सूचना मिली तो उन्होंने ट्रांसफर रोकने के पक्ष में स्कूल के सुबह मुख्य द्वारा का गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया.
पढ़ें- महाभारत के युद्ध में हनुमान ने इस तरह दिया अर्जुन का साथ
वहीं, स्कूल के अध्यापकों ने स्कूल पहुंचकर बालक-बालिकाओं को समझाइश कर स्कूल का मुख्य द्वार खुलावाया. बच्चों के प्रदर्शन के बाद भी स्कूल में शिक्षा विभाग का कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचने पर बच्चों ने स्कूल से दो किलोमीटर दूर एसडीएम कार्यालय तक रैली निकालकर एसडीएम को अध्यापक के ट्रांसफर रुकवाने के लिए ज्ञापन सौंपा.
बच्चों का कहना था कि बीच शैक्षणिक सत्र में अध्यापकों का ट्रांसफर करना राज्य सरकार का गलत निर्णय है. जुलाई में शुरू हुए शैक्षणिक सत्र से ही बायोलॉजी अध्यापक ने अपनी जी जान लगाकर जीरो लेवल से हाई लेवल तक बेहतर तरीके से हमें शैक्षणिक कार्य करवाया है. अब बीच में ही दूसरे अध्यापक के आने पर हमारी पढ़ाई पर भी काफी असर पड़ेगा. एसडीएम कार्यालय में एसडीएम अधिकारी आरके वर्मा ने बालक बालिकाओं को बैठाकर समझाइश करने के साथ उनकी मांग उच्चाधिकारियों को भेजने की बात कही. इस मौके पर स्कूल के सैकड़ों बालक-बालिकायें मौजूद थे.