जयपुर. पूनिया ने कहा है कि, पीएम मोदी द्वारा जारी किए गए इस पैकेज से तमाम उपक्रमों और तमाम क्षेत्रों को मजबूत करने की इच्छा शक्ति केंद्र सरकार ने दिखाई है. चाहे किसान व पशुपालक हो या फिर स्ट्रीट वेंडर या फिर मध्यमवर्गीय परिवार हर किसी को इस पैकेज से किसी ना किसी तरीके से संबल मिलेगा.
उन्होंने कहा कि, प्रवासी मजदूर सबसे बड़ा विषय था ऐसे में केंद्र सरकार ने जिस तरीके से वन-नेशन वन-राशन कार्ड एक योजना के साथ इसकी पोटेबिलिटी की सुविधा दी है इससे सबसे बड़ा संबल उस प्रवासी को मिलेगा जो अपने घरों पर लौटेगा. हर प्रवासी को 5 किलो चावल या गेहूं 1 किलो दाल मिल जाएगी.
वहीं उन्होंने राजस्थान सरकार पर कोरोना संक्रमण काल में सियासत करने के आरोप लगाते हुए कहा कि, राजस्थान में इस विषय पर केवल सियासत हुई है. सवा महीने बाद मुख्यमंत्री को जनप्रतिनिधियों से बात करने की सूझी जो केवल उन्होंने खुद को सही साबित करने के लिए किया है.
पूनिया ने कहा, ट्रेनों के मामले में सबसे ज्यादा सियासत हो रही है. जहां केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि राज्य जितनी ट्रेनें मांगेंगे उन्हें मिल जाएगी, लेकिन राजस्थान जहां लाखों प्रवासियों को वापस लौटना है और राज्य सरकार ने केवल 21 ट्रेनें बुक की है. ऐसे में यह अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा कि, कोरोना मामले में चाहे सेंपलिंग हो, स्क्रीनिंग हो या फिर टेस्टिंग प्रदेश सरकार की नीतियां फेल हुई है. प्रदेश में कोरोना काल में अपराध तो कम हुए हैं लेकिन जो अपराध हुए हैं वह संगीन अपराध हुए हैं. ऐसे में सरकार के लिए यह एक समीक्षा का समय है. वहीं उन्होंने प्रदेश में मंडी टैक्स को लेकर चल रहे आंदोलन पर भी प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.