जयपुर. संजय पांडेय सुसाइड मामले में अब सियासत शुरू हो गई है. सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर परिजनों के साथ ही भाजपा के नेता भी धरने पर बैठ गए हैं. धरने में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, राजपाल सिंह शेखावत समेत पार्टी के अन्य कई नेता शामिल हैं. वहीं, डीसीपी ईस्ट ज्ञान चंद यादव, एडीसीपी अवनीश कुमार शर्मा समेत पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. इस दौरान परिजनों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पुलिस व जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया. वहीं, मरने से पहले संजय पांडेय ने शब्बीर नाम के एक शख्स पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. साथ ही ऑडियो मैसेज में आरोपियों पर विधायक रफीक खान का हाथ होने की बात कही गई थी.
घटना के बाद पुलिस मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में लेकर आई थी, लेकिन अब परिजन शव लेने और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि पहले उनकी मांगे पूरी की जाए. उसके बाद ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं, परिजनों ने अविलंब आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही मुआवजे व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. बता दें कि मृतक ने मरने से पहले ऑडियो मैसेज में शब्बीर नाम के शख्स पर गोकशी के आरोप लगाए थे.
इसे भी पढ़ें - Ramprasad Meena Suicide Case: पीड़ित परिवार के पास बन रही होटल के अवैध निर्माण के खिलाफ निगम की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
एडिशनल डीसीपी ईस्ट अवनीश कुमार शर्मा ने बताया कि कानोता इलाके में बीते 19 अप्रैल को संजय पांडेय नाम के व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया था. मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. परिजनों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं. वहीं, इस पूरे मामले में न्याय उचित कार्रवाई की जाएगी. आगे उन्होंने कहा कि ऑडियो समेत अन्य जो भी तथ्य सामने आएंगे उन पर अनुसंधान किया जाएगा.
बालमुकुंद आचार्य ने की परिजनों से मुलाकातः हाथोज धाम के बालमुकुंद आचार्य संजय पांडे के परिजनों से मुलाकात करने के लिए एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर पहुंचे. बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम एडिशनल डीसीपी ईस्ट को ज्ञापन सौंपा है और अपनी बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि संजय पांडे को दुखी करके सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया गया. गरीब व्यक्ति की तनख्वाह को रोक लिया गया. उन्होंने कहा कि जाते-जाते गौ हत्या का बड़ा खुलासा कर गए. एक व्यक्ति ट्रांसपोर्ट की आड़ में गोकशी का धंधा करता है, यह बहुत बड़ा मामला है. सरकार उच्च स्तर पर इसकी जांच करवाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो सर्व समाज की ओर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा. साथ ही जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष करेंगे.