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श्रीकरणपुर की जीत को पायलट ने लोकसभा चुनाव के लिए बताया बूस्टर डोज, कहा- युवा-किसान कांग्रेस के साथ - Sachin Pilot

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने श्रीकरणपुर के चुनाव परिणाम को प्रदेश और देश की भाजपा सरकार के लिए जनता का कड़ा संदेश बताया है. साथ ही कहा है कि यह संकेत है कि किसान और नौजवान कांग्रेस के साथ है, जिसका लोकसभा चुनाव में भी असर दिखाई देगा.

सचिन पायलट
सचिन पायलट
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 9, 2024, 8:35 PM IST

Updated : Jan 9, 2024, 10:30 PM IST

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट

जयपुर. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने श्रीकरणपुर के चुनाव परिणाम को प्रदेश और देश की भाजपा सरकार के लिए कड़ा संदेश बताते हुए कहा कि यह भाजपा सरकार के लिए खुद के गिरेबां में झांककर देखने का समय है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर रही है.

सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा, सरकार बनने के बाद चलते चुनाव में आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए और नैतिकता को ताक में रखते हुए भाजपा ने प्रत्याशी को मंत्री बनाया. राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ होगा कि बिना विधायक बने मंत्री बनाया गया, लेकिन प्रदेश की जनता ने इस चुनाव के माध्यम से यह संदेश दिया है कि भाजपा को लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं. यह संदेश जयपुर और दिल्ली, दोनों के लिए है. आप जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते, जनता को प्रभावित नहीं कर सकते. आप निर्वाचन आयोग और तमाम नैतिकताओं को ताक पर रखकर राजनीती नहीं कर सकते हैं. इस चुनाव परिणाम ने पूरे देश को संदेश दिया है. यह भाजपा सरकार को अपने गिरेबां में झांककर देखने का भी समय है.

पढ़ें. श्रीगंगानगर में सचिन पायलट बोले- 'मैं थांसू दूर कोनी', अब उनके बयान के निकाले जा रहे अलग-अलग सियासी मायने

चुनाव हारे, लेकिन वोट शेयर कम नहीं हुआ : सचिन पायलट ने कहा, राजस्थान में हम चुनाव जरूर हारे हैं, लेकिन जनता ने और खासतौर पर नौजवान और किसान कांग्रेस के साथ हैं. यह आने वाले लोकसभा चुनाव का भी एक प्रतीक है. जिस प्रकार पूरी सरकार ने अपनी ताकत लगाई, मुख्यमंत्री और मंत्री वहां पर गए और प्रचार किया. बावजूद इसके एक बड़े अंतर से रूपिंदर सिंह (रूबी) कुन्नर चुनाव जीते हैं. यह जीत कांग्रेस और श्रीकरणपुर की जनता की जीत है. यह जीत उन किसानों की है, जिन्होंने आंदोलन किया, उन नौजवानों की है, जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.

राहुल गांधी की यात्रा मणिपुर से शुरू करने के मायने : उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू हो रही है, जो 14 राज्यों से होकर गुजरेगी. इसका आगाज मणिपुर से हो रहा है, क्योंकि मणिपुर में न्याय नहीं मिला. मणिपुर में लंबा समय हो गया, वहां तनाव है और हिंसा है. शासन नाम की कोई चीज नहीं है. लोग पीड़ित हैं और वहां की सुध लेने वाले डबल इंजन की सरकार के लोग हैं. किसी को न फुर्सत है और न फिक्र है. राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी इस यात्रा का आगाज जो मणिपुर से कर रहे हैं, वह बहुत सांकेतिक है.

जज्बाती मुद्दों पर राजनीती कर रही है भाजपा : पायलट ने कहा कि यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा है. मणिपुर से मुंबई तक की यह यात्रा है. इसका बहुत अच्छा संदेश जाएगा. हम लोगों ने अपना ध्यान जनकल्याण के मुद्दों और प्रदेश व देश के हालात पर केंद्रित किया है. भाजपा चाहती है कि जज्बाती मुद्दों को आगे रखकर राजनीती करे, लेकिन हम लोग कोशिश करेंगे कि जनता का ध्यान वापस उन मुद्दों पर लेकर आएं जो देश के लिए जरूरी हैं.

सरकार रिपीट नहीं करवा पाना चिंताजनक : उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कांग्रेस का वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है. हम सरकार नहीं बना पाए. उसका दुख हमें है. राजस्थान में हम सरकार बनाते हैं, लेकिन रिपीट नहीं कर पाते. यह भी चिंता का विषय है, जिस पर मंथन किया जा रहा है. लोकसभा चुनाव की हम लोगों की पूरी तैयारी है. इस बार सभी राज्यों से कांग्रेस के पक्ष में बहुत अच्छे परिणाम आएंगे.

पढ़ें. सचिन पायलट ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा-श्रीकरणपुर में जनता ने बीजेपी को दिया झटका

भाजपा सरकार ने नौकरियां खत्म की : उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद भाजपा ने पहला काम नौकरियों को खत्म करने का और योजनाओं का नाम बदलने का किया है. उम्मीद थी कि सरकार बनने के बाद एक सकारात्मक शुरुआत होगी. हम भी चाहते हैं कि सरकार को अपना काम करने के लिए समय दें, लेकिन अगर शुरुआत ही ऐसी हो रही है. नौजवानों के साथ विश्वासघात हो रहा है, जिसका सीधा परिणाम इस चुनाव में दिखा है.

राम मंदिर राजनीतिक नहीं धार्मिक मुद्दा : राममंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा धार्मिक मुद्दा है. जनता की भावना से जुड़ा मुद्दा है. इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. यह किसी पार्टी की बात नहीं है. देश की भावना की बात है. हमारा मुद्दा विकास और जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ने का है. भावनात्मक मुद्दों को लेकर राजनीति करेंगे तो यह लंबे समय के लिए सही नहीं है. हमारी पार्टी का स्टैंड बहुत साफ है. राजनीति जनता के मुद्दों पर होनी चाहिए. दस साल का रिपोर्ट कार्ड भाजपा को पेश करना चाहिए कि किस क्षेत्र में कितना काम हुआ है. आज कच्चे तेल के दाम सबसे कम हैं, लेकिन उसका फायदा जनता को नहीं मिल पा रहा है.

राजस्थान की सभी सीटों पर बन रही रणनीति : लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा हो रही है. हमने अध्ययन किया है. कहां कितना वोट है. कौन पहले प्रत्याशी रहे और कौन संभावित हो सकते हैं. कमेटियां बन गई हैं और प्रभारी बन गए हैं. स्क्रीनिंग चल रही है. हर लोकसभा क्षेत्र के लिए ऑब्जर्वर लग चुके हैं. लगातार बैठकें हो रही है. अभी 11-12 जनवरी को दिल्ली में एक और बैठक होगी, जिसमें पूरी चर्चा की जाएगी. उन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर नाम बदलने की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है.

मैंने हमेशा नए चेहरों को मौका दिया : उन्होंने कहा कि "मैं हमेशा चाहता हूं कि नए चेहरों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिले. जबसे मैं राजनीति कर रहा हूं, अगर मेरी कोई पहचान बनी है तो वह इसी से है कि मैं हमेशा नए चेहरों को और नए लोगों को मौका देने के पक्ष में रहता हूं. चाहे वह नगर पालिका का चुनाव हो या लोकसभा का चुनाव हो. नए प्रतिभाशाली लोगों को मौका मिलना चाहिए. यह कांग्रेस की भी सोच है और मैंने पिछले 25 साल में कोशिश की है कि नौजवानों को अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा किया जाए."

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट

जयपुर. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने श्रीकरणपुर के चुनाव परिणाम को प्रदेश और देश की भाजपा सरकार के लिए कड़ा संदेश बताते हुए कहा कि यह भाजपा सरकार के लिए खुद के गिरेबां में झांककर देखने का समय है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर रही है.

सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा, सरकार बनने के बाद चलते चुनाव में आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए और नैतिकता को ताक में रखते हुए भाजपा ने प्रत्याशी को मंत्री बनाया. राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ होगा कि बिना विधायक बने मंत्री बनाया गया, लेकिन प्रदेश की जनता ने इस चुनाव के माध्यम से यह संदेश दिया है कि भाजपा को लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं. यह संदेश जयपुर और दिल्ली, दोनों के लिए है. आप जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकते, जनता को प्रभावित नहीं कर सकते. आप निर्वाचन आयोग और तमाम नैतिकताओं को ताक पर रखकर राजनीती नहीं कर सकते हैं. इस चुनाव परिणाम ने पूरे देश को संदेश दिया है. यह भाजपा सरकार को अपने गिरेबां में झांककर देखने का भी समय है.

पढ़ें. श्रीगंगानगर में सचिन पायलट बोले- 'मैं थांसू दूर कोनी', अब उनके बयान के निकाले जा रहे अलग-अलग सियासी मायने

चुनाव हारे, लेकिन वोट शेयर कम नहीं हुआ : सचिन पायलट ने कहा, राजस्थान में हम चुनाव जरूर हारे हैं, लेकिन जनता ने और खासतौर पर नौजवान और किसान कांग्रेस के साथ हैं. यह आने वाले लोकसभा चुनाव का भी एक प्रतीक है. जिस प्रकार पूरी सरकार ने अपनी ताकत लगाई, मुख्यमंत्री और मंत्री वहां पर गए और प्रचार किया. बावजूद इसके एक बड़े अंतर से रूपिंदर सिंह (रूबी) कुन्नर चुनाव जीते हैं. यह जीत कांग्रेस और श्रीकरणपुर की जनता की जीत है. यह जीत उन किसानों की है, जिन्होंने आंदोलन किया, उन नौजवानों की है, जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं.

राहुल गांधी की यात्रा मणिपुर से शुरू करने के मायने : उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू हो रही है, जो 14 राज्यों से होकर गुजरेगी. इसका आगाज मणिपुर से हो रहा है, क्योंकि मणिपुर में न्याय नहीं मिला. मणिपुर में लंबा समय हो गया, वहां तनाव है और हिंसा है. शासन नाम की कोई चीज नहीं है. लोग पीड़ित हैं और वहां की सुध लेने वाले डबल इंजन की सरकार के लोग हैं. किसी को न फुर्सत है और न फिक्र है. राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी इस यात्रा का आगाज जो मणिपुर से कर रहे हैं, वह बहुत सांकेतिक है.

जज्बाती मुद्दों पर राजनीती कर रही है भाजपा : पायलट ने कहा कि यह भारत जोड़ो न्याय यात्रा है. मणिपुर से मुंबई तक की यह यात्रा है. इसका बहुत अच्छा संदेश जाएगा. हम लोगों ने अपना ध्यान जनकल्याण के मुद्दों और प्रदेश व देश के हालात पर केंद्रित किया है. भाजपा चाहती है कि जज्बाती मुद्दों को आगे रखकर राजनीती करे, लेकिन हम लोग कोशिश करेंगे कि जनता का ध्यान वापस उन मुद्दों पर लेकर आएं जो देश के लिए जरूरी हैं.

सरकार रिपीट नहीं करवा पाना चिंताजनक : उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कांग्रेस का वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है. हम सरकार नहीं बना पाए. उसका दुख हमें है. राजस्थान में हम सरकार बनाते हैं, लेकिन रिपीट नहीं कर पाते. यह भी चिंता का विषय है, जिस पर मंथन किया जा रहा है. लोकसभा चुनाव की हम लोगों की पूरी तैयारी है. इस बार सभी राज्यों से कांग्रेस के पक्ष में बहुत अच्छे परिणाम आएंगे.

पढ़ें. सचिन पायलट ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा-श्रीकरणपुर में जनता ने बीजेपी को दिया झटका

भाजपा सरकार ने नौकरियां खत्म की : उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद भाजपा ने पहला काम नौकरियों को खत्म करने का और योजनाओं का नाम बदलने का किया है. उम्मीद थी कि सरकार बनने के बाद एक सकारात्मक शुरुआत होगी. हम भी चाहते हैं कि सरकार को अपना काम करने के लिए समय दें, लेकिन अगर शुरुआत ही ऐसी हो रही है. नौजवानों के साथ विश्वासघात हो रहा है, जिसका सीधा परिणाम इस चुनाव में दिखा है.

राम मंदिर राजनीतिक नहीं धार्मिक मुद्दा : राममंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा धार्मिक मुद्दा है. जनता की भावना से जुड़ा मुद्दा है. इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. यह किसी पार्टी की बात नहीं है. देश की भावना की बात है. हमारा मुद्दा विकास और जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ने का है. भावनात्मक मुद्दों को लेकर राजनीति करेंगे तो यह लंबे समय के लिए सही नहीं है. हमारी पार्टी का स्टैंड बहुत साफ है. राजनीति जनता के मुद्दों पर होनी चाहिए. दस साल का रिपोर्ट कार्ड भाजपा को पेश करना चाहिए कि किस क्षेत्र में कितना काम हुआ है. आज कच्चे तेल के दाम सबसे कम हैं, लेकिन उसका फायदा जनता को नहीं मिल पा रहा है.

राजस्थान की सभी सीटों पर बन रही रणनीति : लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा हो रही है. हमने अध्ययन किया है. कहां कितना वोट है. कौन पहले प्रत्याशी रहे और कौन संभावित हो सकते हैं. कमेटियां बन गई हैं और प्रभारी बन गए हैं. स्क्रीनिंग चल रही है. हर लोकसभा क्षेत्र के लिए ऑब्जर्वर लग चुके हैं. लगातार बैठकें हो रही है. अभी 11-12 जनवरी को दिल्ली में एक और बैठक होगी, जिसमें पूरी चर्चा की जाएगी. उन्होंने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर नाम बदलने की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है.

मैंने हमेशा नए चेहरों को मौका दिया : उन्होंने कहा कि "मैं हमेशा चाहता हूं कि नए चेहरों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिले. जबसे मैं राजनीति कर रहा हूं, अगर मेरी कोई पहचान बनी है तो वह इसी से है कि मैं हमेशा नए चेहरों को और नए लोगों को मौका देने के पक्ष में रहता हूं. चाहे वह नगर पालिका का चुनाव हो या लोकसभा का चुनाव हो. नए प्रतिभाशाली लोगों को मौका मिलना चाहिए. यह कांग्रेस की भी सोच है और मैंने पिछले 25 साल में कोशिश की है कि नौजवानों को अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा किया जाए."

Last Updated : Jan 9, 2024, 10:30 PM IST
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