जयपुर. पेपर लीक मामले में अपनी ही सरकार के खिलाफ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट 11 मई से जन संघर्ष पैदल मार्च करने जा रहे हैं. पायलट ने मंगलवार को यह ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अजमेर में आरपीएससी सहित कई पेपर लीक हुए हैं, ऐसे में अजमेर से ही 11 मई को एक यात्रा निकालेंगे और जनता के मुद्दे उठाएंगे.
पायलट ने कहा कि जनता के बीच जाकर करप्शन और नौजवानों के मुद्दे उठाना हमारा दायित्व है. पेपर लीक या पेपर कैंसिल के मुद्दे नौजवानों के मुद्दे हैं, इसी को लेकर हम जन संघर्ष यात्रा निकालेंगे. ये यात्रा 11 मई को अजमेर से शुरू होकर 125 किलोमीटर चलकर 16 मई को जयपुर पहुंचेगी. पायलट ने कहा कि यह लोगों के हित में, करप्शन के खिलाफ और नौजवानों के संरक्षण के लिए आवाज बुलंद करने वाली यात्रा होगी.
सोनिया गांधी नहीं, राजे हैं सीएम की नेता : पार्टी छोड़ने के सवाल पर सचिन पायलट ने साफ कहा कि कुछ लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि पार्टी में फूट पड़े, तभी विधायकों को बदनाम किया जा रहा है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. इस दौरान सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि धौलपुर में मुख्यमंत्री का भाषण सुनने के बाद यह लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं. एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी. वहीं, दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि सरकार को बचाने का काम वसुंधरा राजे ने किया था, ये अपने आप में ही एक विरोधाभास है.
11 अप्रैल को अनशन पर बैठे थे पायलट : पायलट ने कहा कि 11 अप्रैल को 'मैं अनशन पर बैठा, लेकिन अब मैं ना उम्मीद हूं, तथ्य सामने आ रहे हैं कि कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?'. पायलट ने कहा कि अनुशासनहीनता किसने की, पार्टी का डिसिप्लिन किसने तोड़ा और सही मायने में संगठन और सरकार को कौन मजबूत और कौन कमजोर कर रहा है यह हर कोई देख रहा है. बता दें कि जब 11 अप्रैल को पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ पायलट ने अनशन किया था. इसके एक महीने बाद अब पायलट गहलोत सरकार के समय हुए पेपर लीक के मामले में पैदल मार्च करने जा रह हैं.