जयपुर. राजस्थान पर्यटन विकास निगम के प्रबंधक ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. राजधानी जयपुर में नाहरगढ़ किले स्थित आरटीडीसी के पड़ाव रेस्टोरेंट पर विदेशी मुद्रा और ज्वेलरी से भरा बैग पर्यटक को लौटाकर जनरल मैनेजर भगत सिंह ने ईमानदारी का परिचय दिया है. पड़ाव रेस्टोरेंट पर खाना खाने आए नीदरलैंड के पर्यटक के बैग में लाखों की ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा भरा था, जिसे वो गलती से रेस्टोरेंट में भूल कर चला गया. वहीं, जब पड़ाव रेस्टोरेंट के प्रबंधक भगत सिंह की नजर बैग पर पड़ी तो उन्होंने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए पर्यटक तक उनके सामान को सुरक्षित पहुंचाया. इस ईमानदारी के लिए आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने भगत सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के मुताबिक नाहरगढ़ किले पर स्थित आरटीडीसी के पड़ाव रेस्टोरेंट पर काफी संख्या में देशी-विदेशी सैलानियों का आवागमन रहता है. विश्व प्रसिद्ध नाहरगढ़ किले पर स्थित पड़ाव रेस्टोरेंट में नीदरलैंड के पर्यटक भ्रमण के लिए आए थे. इस दौरान आरटीडीसी के रेस्टोरेंट पर खाना खाने के लिए गए थे. खाना खाने के बाद पर्यटक अपना सामान भूल कर चले गए. पड़ाव रेस्टोरेंट के प्रबंधक भगत सिंह की नजर पर्यटक के बेग पर पड़ी, तो उन्होंने पर्यटक की तलाश की. सीसीटीवी कैमरे में देखकर पर्यटक की पहचान की. भगत सिंह ने 3 लाख गोल्ड ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा का बैग सुरक्षित रूप से विदेशी पर्यटक तक पहुंचाने का सराहनीय काम किया है.
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उन्होंने ईमानदारी का परिचय देते हुए नीदरलैंड के पर्यटक एरोन को लाखों की ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा से भरा बैग लौटाया है. गोल्ड ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा लौटाकर ईमानदारी की मिसाल कायम की है. इसके लिए विदेशी पर्यटक ने भी धन्यवाद ज्ञापित किया है. इससे राजस्थान पर्यटन विकास निगम की छवि अच्छी बनी है. वहीं, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि पड़ाव रेस्टोरेंट के प्रबंधक ने आरटीडीसी के परिवार को गौरवांवित किया है. इस ईमानदारी के लिए आरटीडीसी के पड़ाव रेस्टोरेंट के प्रबंधक भगत सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है.