जयपुर. विविधताओं से भरपूर राजस्थान में पर्यटन के लिहाज से अपार संभावनाएं हैं और इनके भरपूर दोहन के लिए राज्य सरकार ने पिछले साल बजट में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया था. अब प्रदेश को गोल्फ, डेजर्ट और वाटर बेस्ड टूरिज्म का हब बनाने और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी कवायद शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही पैलेस ऑन व्हील्स को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में मुहैया करवाने की दिशा में भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC) के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी.
धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि जैसलमेर में ढोला मारू टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के लिए जमीन तलाशी जा चुकी है. डीपीआर भी तैयार है. जैसलमेर में विश्व स्तरीय खातिरदारी, डेजर्ट स्टे, होटल, कैंपिंग साइट्स, नाइट पार्क और मनोरंजन पार्क जैसी सुविधाएं पर्यटकों को एक ही स्थान पर देने की दिशा में यह प्रोजेक्ट काफी अहम है. इसके लिए जैसलमेर के दामोदरा गांव में जमीन आरक्षित कर ली गई है.
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प्रदेश के पांच शहरों में बनेंगे गोल्फ कोर्स
धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में गोल्फ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस साल बजट में उदयपुर, जोधपुर, पुष्कर, माउंट आबू और अलवर में गोल्फ कोर्स बनाने की घोषणा की गई है. इनके लिए आरटीडीसी ने ईओआई जारी कर दी है. प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स बनने से राजस्थान अंतरराष्ट्रीय गोल्फ प्रतियोगिताओं के लिहाज से डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होगा.
MICE सेंटर्स की स्थापना के लिए भी ईओआई जारी
इस साल बजट में जयपुर, उदयपुर, जोधपुर और अजमेर में मीटिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस (MICE) सेंटर की स्थापना की घोषणा की गई है. इसके लिए भी ईओआई जारी कर दी गई है. अजमेर के पुष्कर में MICE सेंटर के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है. अन्य जिलों में भी इसके लिए कलेक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं.
छह स्थान पर इको-एडवेंचर टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
धर्मेंद्र राठौड़ का कहना है कि वाटर बेस्ड पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में छह स्थानों पर इको-एडवेंचर टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. इनमें जयपुर का कानोता बांध, भरतपुर का बंध बारेठा, जोधपुर का कायलाना और सुरसुरा बांध, पाली का हेमावास बांध और झुंझुनूं का कोट बांध शामिल है. इसे लेकर भी ईओआई जारी कर दी गई है. अजमेर की फाय सागर झील पर वाटर टूरिज्म गतिविधियां और कोटा के चंबल फ्रंट पर क्रूज चलाने की योजना है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगने वाले बड़े मेलों के स्थानों पर सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए निर्माण कार्य भी होंगे.
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पैलेस ऑन व्हील्स में ऑफ सीजन नहीं
धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि 1982 से पैलेस ऑन व्हील्स को आरटीडीसी चला रही है. तब से अब तक चार महीने का ऑफ सीजन रहता आया है, लेकिन इस बार 30 अप्रैल के बाद भी पैलेस ऑन व्हील्स चलेगी. हमने उसके छोटे-छोटे रूट्स बनाए हैं. पैलेस ऑन व्हील्स में शादियों के लिए भी हम संभावना तलाश रहे हैं. बहुत खुशकिस्मत लोग होंगे वह जिनकी शादी सबसे पहले पैलेस ऑन व्हील्स पर होगी. पैलेस ऑन व्हील्स केवल आरटीडीसी या राजस्थान की ही नहीं बल्कि भारत की सांस्कृति की पहचान है. इसकी अगले साल की बुकिंग भी अभी से पूरी हो चुकी है.
पायलट के अनशन पर बोले- हमारा ध्यान काम करने पर
इस दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अनशन को लेकर जब धर्मेंद्र राठौड़ से सवाल पूछा गया तो वे टाल गए. वे बोले- हमारा ध्यान पूरी तरह से विकास कार्यों और राजस्थान की जनता की सेवा पर है. मेरा पूरा ध्यान आरटीडीसी के कायाकल्प पर है. राजस्थान में कैसे पर्यटन को बढ़ावा मिले हम ये सोच रहे हैं. इसी आधार पर हम यह दावा कर रहे हैं कि 2024 में राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी.