जयपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक धन प्रकाश शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. भारत माता की जयघोष के नारों के साथ RSS के कार्यकर्ताओं ने उन्हें अंतिम विदाई दी. इससे पहले भारती भवन से लेकर चांदपोल शमशान घाट तक शव यात्रा निकाली गई. जिसमें आरएसएस के पदाधिकारी और बीजेपी नेता भी शामिल हुए. जिन्होंने धनप्रकाश के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
शुक्रवार को भारती भवन में धनप्रकाश ने 103 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. धनप्रकाश आरएसएस के इतिहास में पहले ऐसे प्रचारक थे, जिन्होंने अपने जीवन के 103 बसंत देखे. धनप्रकाश देश के उन चुनिंदा प्रचारकों में से एक थे, जिन्हें संघ के सभी सरसंघचालकओं का सानिध्य और उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला. उम्र के अंतिम पड़ाव तक भी लेखन और अध्ययन में धनप्रकाश अपना समय व्यतीत करते थे.
पढ़ें- राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के ईएनटी विभाग में होते हैं सबसे ज्यादा ऑपरेशन, फिर भी नहीं आ रहे उपकरण
उनकी अंतिम शवयात्रा में आरएसएस के अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अशोक लाहोटी, बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा, कांंग्रेस नेता घनश्याम तिवाड़ी, बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, ओंकार सिंह लखावत सहित बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी और बीजेपी के नेता भी मौजूद रहे. जिन्होंने धनप्रकाश को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.