जयपुर. सेकेंड ग्रेड टीचर एग्जाम के पेपर लीक होने के बाद से ही सूबे की (BJYM attack on CM Gehlot) गहलोत सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. विपक्षी पार्टियों ने अब राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में सोमवार भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से पार्टी मुख्यालय से सिविल लाइंस फाटक तक रैली निकाल विरोध प्रदर्शन किया गया. युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा के नेतृत्व (BJYM protest against Gehlot government) में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान नाराज भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों (Demand CBI inquiry after protest) पर प्रदर्शन किया. इस दौरान पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ ही सूबे के शिक्षा मंत्री और आरपीएससी के चेयरमैन को अविलंब बर्खास्त करने की भी मांग की.
वहीं, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा कि साल 2018 में सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही यहां पेपर लीक एक परंपरा बन गई. इस लीक गिरोह में कांग्रेस के नेता और (RPSC Paper Leak Case) कार्यकर्ता भी शामिल हैं. यही कारण है कि सरकार इस मामले की गहनता से जांच नहीं करा रही है. साथ ही उन्होंने सीएम पर आरोपियों को बचाने के भी आरोप लगाए.
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पेपर लीक बनी परंपरा: युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा कि गहलोत सरकार में पेपर लीक होना एक परंपरा बन गई है. लेकिन आज इस परंपरा का शिकार राजस्थान का आम युवा हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख का विषय है कि सरकार बनने के बाद प्रदेश में ऐसी कोई परीक्षा नहीं हुई होगी, जिसके पेपर लीक न हुए हो. एक के बाद एक पेपर लीक होते आ रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब युवा मोर्चा के कार्यकर्ता शिक्षा मंत्री के बंगले पर ताला जोड़ने का काम करते हैं तो उनपर लाठियां बरसाई जाती है. उनके हाथ तोड़े जाते हैं. ऐसे में अब इस सरकार ने (BJYM leaders and workers demonstrated in Jaipur) अपना तानाशाही रवैया दिखाना शुरू कर दिया है. लेकिन कुछ भी करके ये सरकार राजस्थान के लाखों युवाओं की आवाज नहीं दबा सकती है.
हिमांशु ने आगे पेपर लीक प्रकरण को सरकार की ओर से प्रायोजित वाकया करार दिया. उन्होंने कहा कि सभी मामलों में कांग्रेस के कार्यकर्ता और अग्रणी संगठनों के लोगों की संलिप्तता है. यही कारण है कि सीएम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
आरएलपी ने की CBI जांच की मांग
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के विरोध में भाजयुमो के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से भी प्रदर्शन किया गया. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने नेताओं ने सोमवार को प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ ही शिक्षा मंत्री और आरपीएससी चेयरमैन को बर्खास्त करने की भी (RLP demonstrated against Gehlot government) मांग की. वहीं, भारी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां जिला अध्यक्ष शंकरसिंह नारोलिया और युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणदीप सिंह चौधरी के नेतृत्व में आरएलपी कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आरएलपी ने आरोप लगाया कि प्रदेश की गहलोत सरकार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है.
इधर, मीडिया से रूबरू हुए आरएलपी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रणदीप सिंह चौधरी ने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में सरकार के बड़े अफसर और मंत्री शामिल हैं. कुछ चुनिंदा लोगों को ही पुलिस गिरफ्तार करती है, जो कुछ ही दिनों में जेल से बाहर भी आ जाते हैं. पार्टी के जयपुर जिला अध्यक्ष शंकर नारोलिया ने कहा कि लगातार पेपर लीक होने से युवाओं में आक्रोश व्याप्त है और वे सरकार के खिलाफ लामबंद है. उन्होंने कहा कि जो भी सरकारी कर्मचारी पेपर लीक प्रकरण में शामिल है, उन्हें तुरंत निलंबित करने की बजाय बर्खास्त किया जाए.
कार्यकर्ताओं को रोकने में असफल रही पुलिस: प्रदेश में पेपर लीक प्रकरण में अब सियासत अपने चरम पर है. जिसकी बानगी सोमवार को अजमेर में देखने को मिली. यहां भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने राज्य की गहलोत सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इस बीच पुलिसकर्मियों और कार्यकर्ताओं के बीच गहमागहमी देखने को मिली. दरअसल, जिला पार्टी कार्यालय से रैली लेकर कार्यकर्ता आयोग दफ्तर पहुंचे, जहां पुलिस ने पहले से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी. साथ ही आरपीसी से 100 मीटर दूरी पर कार्यकर्ताओं को रोकने की रणनीति बनाई थी. लेकिन इस बीच प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ता बैरिकेडिंग के पास पहुंच गए. इस दौरान पुलिस कार्यकर्ताओं को रोकने में असफल रही. इधर, प्रदर्शन में लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी, अजमेर उत्तर से विधायक अनीता भदेल समेत अन्य जिला स्तरीय नेता शामिल रहे.
परीक्षाओं के आयोजन में गहलोत सरकार विफल: झालावाड़ के खानपुर कस्बे में भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल पार्थ के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री बीडी किल्ला व राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. साथ ही आरोपियों के खिलाफ अविलंब एक्शन लेने की भी मांग की. मौके पर मीडिया से रूबरू हुए प्रदेश भाजयुमो उपाध्यक्ष विशाल पार्थ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पेपर लीक होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. जिसके चलते लंबे समय तक कड़ी मेहनत कर परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सिर्फ परीक्षाओं के आयोजन तक ही सीमित रह जाती है, जबकि पारदर्शिता के साथ परीक्षा का आयोजन करना दूर की कौड़ी बनी हुई है. यानी सरकार इसमें असफल रही है.
नागौर में भी प्रदर्शन: :नागौर में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट होने को लेकर आरएलपी का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया. नागौर जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में आरएलपी कार्येकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम दिया कलेक्टर को ज्ञापन दिया.